फरीदाबाद। 1 अगस्त को गांव बडख़ल में मामूली कहासुनी को लेकर हुई हत्या के मामले में बुधवार को मृतक के परिजन न्याय की गुहार लगाने डीसीपी एनआईटी पूरणचंद पंवार के पास पहुंचे और उनसे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। डीसीपी ने आश्वासन दिया कि पुलिस जल्द से जल्द अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लेगी और केस के आईओ विनोद सिंह की जांच से मृतक के परिजनों द्वारा असंतुष्टि दिखाने के बाद मामले की जांच एनआईटी सहायक आयुक्त आस्था मोदी को सौंपी गई है। वो इस मामले में तथ्यों की जांच कर सही निष्कर्ष निकालेंगी। इस मौके पर उनके साथ सैफी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजय सैफी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैफी वैलफेयर एसो. शमीम सैफी, रज्जाक सैफी, जलाली सैफी, सलीम सैफी, हाजी रसीद खान, आसिफ सैफी लोकसभा सचिव युवा कांग्रेस, चमन सैफी, अली हसन, अयुब सैफी, पपू सैफी, शफी सैफी, जान मोहम्मद, शमसुद्ीन सैफी, नवाब सैफी, नौशाद सैफी, हाजी शाबिर सैफी, कल्लू सैफी, बबलू सैफी, हाजी शौकत, रियासत सैफी, यासीन सैफी, याकूब आदि मौजूद थे।
पुलिस की कार्यवाही से असंतुष्ट सैफी समाज के लोगों ने अपने आक्रोश को प्रकट किया और कहा कि अगर उनकी सुनवाई नहीं की गई तो वह इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलेंगे। सैफी वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजय सैफी ने कहा कि मामूली कहासुनी को लेकर गांव बडख़ल में 1 अगस्त को हुई युवक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आईओ चौकी इंचार्ज विनोद कुमार को बनाया गया था, मगर करीब 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने केवल तीन आरोपियों को ही पकड़ा है, जिनमें से दो को नाबालिग बताया जा रहा है। इसके बाद मृतक के परिजन पुलिस उपायुक्त, हेडक्वार्टर विरेन्द्र विज व पुलिस उपायुक्त एनआईटी पूरणचंद पंवार से भी मिल चुके हैं, मगर पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है और जांच के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते इस गंभीर हत्या के मामले में ढुलमुल रवैया अपना रही है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो मृतक के परिजनों के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले की जांच की मांग करेंगे।