फारेंसिक जांच में लिखावट खा गई मेल
फरीदाबाद। वेबपोर्टल पत्रकार पूजा तिवारी प्रकरण जांच ने एक नया मोड ले लिया है। फारेंसिक जांच में मृतिका की लिखावट उसके सुसाईड नोट से मेल खा गई है। पुलिस आयुक्त के इस खुलासें के बाद अब मामलें में जांच की दिशा में परिर्वतन होने की प्रबल संभावना बन गई है। विदित हो कि पत्रकार पूजा तिवारी जो कि काफी समय से एक वेबपोर्टल में कार्य कर रही थी। उसकी पिछले माह सैक्टर-46 स्थित सदभावना अपार्टमेंट की पांचवी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। बताया गया था कि जब यह घटना हुई उस वक्त पूजा तिवारी नशे की हालत में थी और उसके साथ सहेली अमरीन के अलावा पुरूष मित्र जो कि पुलिस में इंस्पेक्टर है वह भी वहा उपस्थित था। अदाजा यह लगाया जा रहा था कि पूजा ने आत्महत्या नही कि बल्कि उसकी हत्या कर दी गई है और उसका पूरा शक उसके पुरूष मित्र अमित पर किया जा रहा था। इसी आंशका के मध्य जांच कर रहे डीसीपी पूर्णचंद पंवार ने जब इंस्पेक्टर अमित को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया तो उसने अपने बचाव में मृतिका पूजा तिवारी का सुसाईड नोट पेश कर दिया। जिसमें उसने डा. अनिल गोयल उनकी पत्नी अर्चना गोयल और एक पत्रकार का नाम का उल्लेख किया था। कयास यह लगाए जा रहे थे कि सोशल मीडिया में वायरल हो चुके इस नोट के जरिए आरोपी इंस्पेक्टर अमित जांच में बदलाव कर हत्या के आरोप से बरी होना चाहते थे। आरोपो की सत्यता की प्रमाणिता के लिए पुलिस ने सुसाईड नोट को मधुबन फारेंसिंक लैब में भेज दिया। हालफिलहाल में पुलिस के पास आई रिर्पोट में इस बात की पुष्टि हो गई है कि सुसाईट नोट में लिखावट पत्रकार पूजा तिवारी की ही है। जानकारी यह भी देना चाहेगे कि इस मामलें में मृतिका पूजा तिवारी की मुंहबोली भाभी ने सीधे तौर इंस्पेक्टर अमित को दोषी ठहराया था जबकि परिजनों ने डाक्टर दंपति और एक पत्रकार को इसका आरोपी बतलाया था। शुरूआती दौर मृतिका के परिजनों ने इस मामले में आरोपी इंस्पेक्टर अमित का क्लीन चिट दी हुई थी परन्तु सोशल मीडिया पर कुछ ऑडिया जिसमें प्रमुख तौर पर पूजा तिवारी और इंस्पेक्टर अमित की नोक-झोक की बाते थी होने के बाद उनका नजरिया अमित के प्रति परिर्वतित हुआ और उन्होने अमित को भी दोषी करार दे दिया। बकायदा मृतिका के परिजनों का बयान आया कि इंस्पेक्टर अमित ने उनसे सुसाईट नोट मीडिया के समक्ष उछालने पर करोडों रूपयों की बात कही थी। साथ ही फरीदाबाद में पुुलिस आयुक्त से मिलने आए मृतिका के परिजनों ने एक वार्ता कर पुलिस पर कार्रवाही में ढील बरततने का आरोप भी लगाया था। वही इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की प्रमुख आस्था मोदी अब सुसार्ईड नोट की सत्यता के बाद क्या कदम उठायेगी यह तो समय ही बतायेगा। यह भी मालूम हो कि डाक्टर दंपति द्वारा पत्रकार पूजा तिवारी पर उन्हे डरा-धमकार रूपयें लेने का मुकदमा पंजीकृत करवा हुआ था,जिसकें लगभग चार सप्ताह के बाद पूजा की मृत्यु हो गई थी। अब जब सुसाईड नोट पर लिखी गई लिखावट मृतिका से मेल खा चुकी है, शायद जांच की दिशा में परिर्वतन जरूर आयेगा।