मुंबई: बंबई हाईकोर्ट ने आज एक अप्रैल को कथित रूप से खुदकुशी करने वाली अभिनेत्री प्रत्यूषा बनर्जी की मां शोमा बनर्जी की इस मामले की जांच मुंबई पुलिस अपराध शाखा से कराने की मांग वाली याचिका को सुनवाई हेतु कल के लिए रखा है।
शोमा के वकील केटी थामस ने आज न्यायमूर्ति एनएच पाटिल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के सामने इस याचिका का उल्लेख किया और इस पर तत्काल सुनवाई की मांग करते हुए दावा किया कि बांगुर नगर पुलिस द्वारा फिलहाल की जा रही जांच गुमराह करने वाली है।
थामस ने अदालत से कहा, ‘स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही जांच गुमराह करने वाली है और हमें डर है कि भविष्य में यह बंद हो जाएगी। हम जांच पुलिस आयुक्त की निगरानी में अपराध शाखा को स्थानान्तरित करने की मांग कर रहे हैं।’ हालांकि पीठ ने पूछा कि अभिनेत्री के माता-पिता को ऐसा क्यों लगता है कि पुलिस अपना काम नहीं कर रही है
न्यायमूर्ति पाटिल ने कहा, ‘आपको (माता-पिता) कैसे पता कि जांच गुमराह करने वाली है? पुलिस को जांच करने दीजिए। यह (खुदकुशी) हाल का मामला है।’ अधिवक्ता थामस ने कहा कि प्राथमिकी पांच अप्रैल को दर्ज हुई और पुलिस जिस तरह से आरोपी और गवाहों के बयान दर्ज कर रही है हमें डर है कि पुलिस आरोपी (राहुल राज सिंह) से मिली हुई है।
इसके बाद अदालत ने याचिका को सुनवाई के लिए कल के लिए रखा और लोक अभियोजक से थाने से सभी संबंधित रिकार्ड लाने को कहा। प्रत्यूषा के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बेटी खुदकुशी नहीं कर सकती और राहुल राज ने उसकी हत्या की होगी।