फरीदाबाद, एक मार्च। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मं़त्री ने आज सैक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किया। उन्होंने बताया कि मूक-बधिर लोगों के लिए भारत सरकार की निःशुल्क काॅकलियर इम्प्लांट योजना फरीदाबाद में शुरू की गई। जिसके अन्तर्गत 5 वर्ष से कम आयु के एवं 15000 रूपये से कम मासिक आय वाले परिवार के बच्चे को यदि काॅकलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करवाने की आवश्यकता होती है तो उसके सारे खर्च का वहन (लगभग 9 लाख) भारत सरकार उठायेगी। साथ ही अगले दो वर्षों तक स्पीच थैरेपी भी निःशुल्क उपलब्ध करवाई जायेगी।
उन्होंने बताया कि सर्वोदय अस्पताल भारत सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाला हरियाणा का दूसरा, (काॅकलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित) मान्यता प्राप्त अस्पताल बन गया है। इन आप्रेशन के लिए भारत सरकार ने आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ईएनटी संस्थान एवं कुशल डाॅक्टरों की टीम के मापदंड को ध्यान में रखते हुए सर्वोदय अस्पताल का चयन किया।श्री गुर्जर ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा अब तक 140 अस्पतालों में आर्थिक सहायता द्वारा मूक-बधिरों को यह सुविधा प्रदान की गई है। इस योजना के अन्तर्गत लाभ उठाने वाले मूक-बधिर बच्चे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भी मन की बात रेडियो कार्यक्रम में बात कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकार के समय केवल सात प्रकार की दिव्यांगता को सरकारी मान्यता प्राप्त थी। परन्तु वर्तमान समय में 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को मान्यता प्रदान कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानवीय संवेदनाओं के प्रति संवेदनशीलता अपनाते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि दिव्यांगों का बैकलाॅग लगभग समाप्त कर दिया गया है। पहले यह 15हजार था अब 14500 दिव्यांगों को नियुक्तियां प्रदान की गई हैं और दिव्यांगों का आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया गया है। श्री गुर्जर ने सभी प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि दिव्यांगता को अभिशाप न समझें और सरकार द्वारा दिव्यांगों व मूक-बधिर लोगों को अधिक से अधिक जानकारी प्रदान करें। मूक बधिरों को समाज की मुख्य धारा में लाने का पुण्य का कार्य करें। सर्वोदय अस्पताल के निर्देशक डा. राकेश गुप्ता ने भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए बताया कि यह सरकार का मानवता के प्रति लियागया अतुलनीय कदम है और सर्वोदय अस्पताल का चुना जाना हमारे लिए गौरव की बात है जिसका श्रेय श्री कृष्णपाल गुर्जर जी के अथक प्रयासों को जाता है। सर्वोदय अस्पताल भविष्य में भी समाज कल्याण में किए गए किसी ीाी कार्य में अपना सहयोग देता रहेगा।वरिष्ठ कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डा. रवि भाटिया ने बहरेपन की बीमारी की भयावहता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विश्व संठन के 2005 में भारत में किए गए सर्वेक्षण में लगभग 6 करोड़ 30 लाख लागों को बहरेपन से ग्रसित पाया और राष्ट्रव्यापी विकलांगता सर्वेक्षण के अनुसार बहरापन विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने काॅलियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करने के आप्रेशन के बारे में विस्तारपूर्वक बताया कि इस प्रक्रिया में मरीज के कान की नसों के अन्दर यह इम्प्लांट प्रत्यारोपित कर दिया जाता है और धीरे-धीरे स्पीच थैरेपी की मदद से बच्चे को सुनने एवं बोलने लायक बनाया जाता है। जिसे वह समाज पर बोझ न बनकर समाज के विकास में अपना सहयोग दे सके। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत अभी तक 5 बच्चों के सफल आप्रेशन हो चुके हैं।