फरीदाबाद। अनगंपुर गांव में चकबंदी मामले में एसडीएम रीगन कुमार के तबादले की मांग जोर पकडती जा रही है। मांग को लेकर सैकडो ग्रामीण केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मिल कर तबादले की बात करने गए परन्तु उनकी अनुपस्थिती में उनके सुपुत्र देवेन्द्र चौधरी को अपनी व्यथा सुना डाली। गा्रमीणों ने आरोप लगाया कि सभी कायदे कानून ताक पर रख कर गैरकाूननी तरीके से तकसीम करवाई जा रही है। बताया गया है कि तकसीम में बहुत सारी अनियमितताएं व गलतिया है जिसके कोशिशों के बावजूद भी ठीक इसलिए नही किया जा सकता क्योकि इसमें काफी धाधली है। इस बाबत सभी ग्रामीणवासियों ने लिखित तौर पर शिकायत कमिश्रर गुरूग्राम को दी थी जिस पर संज्ञान लेकर उन्होने निर्देश जारी करते हुए अनियमिताओ पर रिर्पोट पेश करने की बात कही। जांच में पाया गया कि ग्रामीणों का आरोप बिल्कुल सही है और इस आधार पर तकसीम को खारिज करने की सिफारिश की गई थी। परन्तु उसके बावजूद भी कुछ लोगों ने मिलीभगत कर चकबंदी में अपनी कम जमीन के बदले अधिक जमीन ले ली। बताया गया है कि कश्रिर गुरूग्राम ने मीटिग बुलाकर ग्रामीणवासियों के अलावा आयुक्त फरीदाबाद,डीआरओ,एसडीएम बडख़ल के साथ-साथ अन्य अधिकारियों को भी शामिल किया गया था। ग्रामीणवासियों का दावा था कि इस मीटिग में उन्होने घोटालो को लेकर प्रमाण भी प्रस्तुत किया गया था। उनका कहना था कि एसडीएम बडख़ल रीगन कुमार ने भूमाफियाओं से सांठगांठ कर उपरोक्त रिपोर्ट पर कमिश्रर को आदेश नही करने दिया क्योकि एसडीएम रीगन कुमार जबरदस्ती इस रिपोर्ट पर जवाब देने के लिए अड गया और दावा कि इस तरह कोई मामला नही है। ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम रिर्पोट पर गुमराह कर रहा है जो हमारे क्षेत्र के लिए ठीक नही है इसलिए एसडीएम रीगन कुमार का तबादला बडखल तहसील से कर दिया जाए।