फरीदाबाद। श्री महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों के तीसरे दिन दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा यानि चंदूसुर की भव्य पूजा अर्चना की गई। मंदिर में प्रात:काल से ही भक्तों का तांता लगना आरंभ हो गया। प्रमुख उद्यमी आर.के.बत्तरा ने मंदिर में मां के दरबार में माथा टेका और मां चंद्रघंटा की आरती की। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने श्री बत्तरा का स्वागत किया। उन्होंने श्री बत्तरा के साथ पूजा अर्चना में हिस्सा लिया। पूजा अर्चना के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि नवदुर्गा का तीसरा रूप है चंद्रघंटा, इसे चन्दुसूर या चमसूर कहा गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो धनिये के समान है। इस पौधे की पत्तियों की सब्जी बनाई जाती है, जो लाभदायक होती है। यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है, इसलिए इसे चर्महन्ती भी कहते हैं। शक्ति को बढ़ाने वाली, हृदय रोग को ठीक करने वाली चंद्रिका औषधि है। अत: इस बीमारी से संबंधित रोगी को चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए।इस अवसर पर मंदिर में शहर के प्रमुख गणमान्य मंजू नागपाल, राहुल मक्कड़, धीरज पुंजानी, अशोक कुमार, सुरेंद्र गेरा, अमिताभ गुलाटी, सुरेंद्र आहुजा, दर्शनलाल मलिक, अंजू, कमलेश एवं फकीरचंद कथूरिया ने पूजा अर्चना हिस्सा लिया। मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि साल में दो बार नवरात्रों का पर्व धूमधाम व उत्साह पूर्वक मनाया जाता है। प्रात: मंदिर में पूजा अर्चना का आयोजन होता है। जोकि देर रात तक जारी रहता है। मंदिर में सभी सदस्य इन भव्य आयोजन को व्यवस्थित बनाए रखने में अपना पूर्ण योगदान देते हैं। मंदिर के कपाट भक्तों के लिए चौबीस घंटे खोले जाते हैं।