फरीदाबाद। श्री महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों के छठे दिन दुर्गा के षष्ठमी स्वरूप मां कात्यायनी यानि मोइया माता की भव्य पूजा अराधना की गई। श्रद्धालु माता के दर्शनों हेतु प्रात: काल से ही मंदिर की लंबी-लंबी कतारों में लग गए। इस अवसर पर मंदिर के पुजारियों ने भव्य आरती का शुभारंभ किया। मां के जयकारों के बीच मां कात्यायनी की भव्य पूजा की गई। श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए और मन मांगी मुरादी मांगी। इस अवसर पर इंकम टैक्स आफिसर अशोक बंसल ने मां के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगाई और मां की पूजा अर्चना की। इस पुनीत मौके पर प्रमुख उद्योगपति के.सी.लखानी, आनंद मल्होत्रा, पूर्व विधायक चंदर भाटिया, राजेश वधावन, आई.डी. खत्री, लक्ष्मण शर्मा, प्रताप भाटिया, अशोक खत्री एवं गुलशन भाटिया ने भी मां कात्यायनी की पूजा अर्चना कर धर्म लाभ लिया। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि प्राचीन काल से ही वैष्णोदेवी मंदिर की भव्यता बनी हुई है। यह सर्वविदित है कि मां के दरबार में जिस भी भक्त ने सच्चे मन से जो भी मुराद मांगी है, वह अवश्य पूर्ण हुई है। श्री भाटिया ने बताया कि नवदुर्गा के छठे स्वरूप को मां कात्यायनी कहते हैं। इसे आयुर्वेद में कई नामों से पुकार जाता है। धर्म के साथ साथ मां के इस छठे स्वरूप का स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत महत्व है। जैसे अम्बा, अम्बालिका, अम्बिका। इसके अलावा मोईया अर्थात माचिका भी कहते हैं। यह कंठ के रोगों का विकार दूर करती है। कंठ के रोगों से पीडि़त भक्तों को मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इससके उनके सभी विकार दूर हो जाते हैं।