फरीदाबाद(Manoj bhardwaj) । महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रा पर्व की धूम आरंभ हो गई है। पहले नवरात्रे पर प्रात: से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना आरंभ हो गया। भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई और पूजा अर्चना में हिस्सा लिया। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने सभी श्रद्धालुओं को नवरात्रा पर्व की शुभकामनाएं दीं और प्रातकालीन आरती की शुरूआत करवाई।
इस शुभ अवसर पर मंदिर में ज्वाला जी से मां की पवित्र ज्योत लाई गई तथा माता के दरबार में ज्योति प्रवज्जलित कर पूजा अर्चना शुरू की गई। इस अवसर पर मंदिर में शहर के तमाम गणमान्य लोगों ने पहुंचकर पूजा अर्चना में शामिल होकर मां की पवित्र ज्योति प्रवज्जलित की। उद्योगपति आर के बत्तरा, आर के जैन, मनमोहन गुप्ता, गुलशन भाटिया एवं आनंद मल्होत्रा ने दीप प्रवज्जलित कर माता रानी की पूजा अर्चना की। प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों को माता रानी की चुनरी भेंट की। इस अवसर पर फकीरचंद कथूरिया, रमेश सहगल, प्रीतम धमीजा, नीरज अरोड़ा, विनोद पांडे, विमल पुरी, रोहित भाटिया एवं राहुल मक्कड़ ने भी माता की भव्य पूजा अर्चना में शामिल होकर अपनी हाजिरी लगाई।
प्रथम नवरात्र पर महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में मां शैलपुत्री की भव्य पूजा की गई। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि प्रथम दिन मां द ुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। हिमालय की पुत्री होने के कारण माता रानी को शैलपुत्री कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां शैलपुत्री की पूजा करने से मान सम्मान में वृद्धि तथा उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। मां शैलपुत्री को सफेद वस्त्र अतिप्रिय हैं। इसलिए मां शैलपुत्री को सफेद वस्त्र और सफेद फूल अर्पित किए जाते हैं। इसके साथ ही मां को सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाना भी अति शुभ माना जाता है।
श्री भाटिया ने बताया कि मां शैलपुत्री को गाय के घी तथा दूध से बनें पदार्थ अति प्रिय हैं। माना जाता है कि इससे मां शैलपुत्री अति प्रसन्न होती हैं। मां शैलपुत्री का पंसदीदा रंग लाल है। प्रथम नवरात्रों पर मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने से वह अपने भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं। इस अवसर पर प्रधान जगदीश भाटिया ने पुलिस प्रशासन का भी आभार जताया, जोकि नवरात्रों के अवसर पर मंदिर में व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग दे रहे हैं।