फरीदाबाद। सर्व कर्मचारी संघ द्वारा निजीकरण के खिलाफ पिछले 15 दिनों से निगम मुख्यालय पर हड़ताल पर बैठे रोडवेज कर्मचारियों को आज हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर के निर्देश पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी एवं असंगठित मजदूर कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन ज्ञानचंद आहुजा ने धरनास्थल पर पहुंचकर कांग्रेस पार्टी की ओर से समर्थन दिया और उनकी सभी मांगों को जायज करार दिया। धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विकास चौधरी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते कर्मचारी वर्ग परेशान होकर आज सडक़ों पर उतर गया है परंतु यह सरकार पूरी तरह से गूंगी-बहरी है, इसे जनभावनाओं की कोई कद्र नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कर्मचारियों को लाठियों और जेल के रुप में अच्छे दिन मिले है, जिसका जवाब कर्मचारी वर्ग आने वाले चुनावों में इस सरकार को वोट की चोट से देने का काम करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि जिन 700 कर्मचारियों पर एस्मा लगाकर उन्हें सस्पेंड किया गया है, उन्हें बहाल किया जाए वहीं पूरे प्रदेश में करीब एक हजार कर्मचारी जेलों में बंद है, उन्हें बाहर निकालकर उनके केस खत्म किए जाएं और जो प्राईवेट बसें सरकार लेने की बात कर रही है, उसकी जगह नई बसें बेड़े में शामिल करके कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल से जहां सरकार के राजस्व की हानि पहुंच रही है वहीं लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए सरकार को चाहिए कि जल्द ही कर्मचारियों की सभी मांगें मानकर उनकी हड़ताल खत्म करवाएं। श्री चौधरी ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेश में कांग्रेेस सरकार आने पर पहली कलम से उनकी सभी मांगें पूरी की जाएंगी। वहीं धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ज्ञानचंद आहुजा ने भी भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि यह ऐसी पहली सरकार है, जिसमें कर्मचारियों को अपने हक मांगने पर जहां लाठियों से पीटा जाता है इसके चलते आज प्रदेश में कर्मचारी सडक़ों पर आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सरकार के इन सभी कृत्यों का समय पर आने पर मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। इस मौके पर बलवीर बालगुहेर, रमेश जगलान, शाबीर, गुरुचरण खाडिया, श्रीचंद ढकोलिया, प्रेमपाल, राजवीर, सोमपाल सहित नगर निगम, आशा वर्कर सहित अनेकों विभागों के कर्मचारी नेता उपस्थित थे।