फरीदाबाद। हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद आईएमटी के 5 गांवों की अधिगृहित जमीन का मुआवजा किसानों को न दिए जाने के विरोध में आज कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ओमपाल टोंगर के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने जिला राजस्व अधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार सुशील शर्मा को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे तथा उन्होंने तहसीलदार के समक्ष पीडि़त किसानों का पक्ष रखा तथा कांग्रेसी नेताओं ने खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही प्रभावित किसानों को बढ़ी हुई राशि का मुआवजा नहीं दिया गया तो प्रभावित किसानों के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता सडक़ों पर उतरने पर मजबूर होंगे तथा जिला मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि वर्ष 2006 में तत्कालीन सरकार ने आईएमटी के पांच गांवों मच्छगर, मुजेड़ी, चंदावली, नवादा व सोतई की लगभग 1832 एकड़ जमीन एक्वायर की थी। उस दौरान सरकार ने अधिग्रहित भूमि का किसानों के लिए 16 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा तय किया था, जिसके विरोध में किसानों ने धरना-प्रदर्शन कर जोरदार आंदोलन चलाया था वहीं किसानों ने सरकार द्वारा घोषित मुआवजा न लेकर मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर हाईकोर्ट की शरण ली। लम्बी कानूनी कार्यवाही के बाद कोर्ट ने किसानों के हक में फैसला सुनाया और हरियाणा सरकार को तुरंत प्रभावित किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा देने के निर्देश दिए। बढ़े हुए मुआवजे में किसान को प्रति एकड़ लगभग एक करोड़ 44 लाख रुपए ब्याज सहित दिए जाने है, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं दिया गया है। हैरानी की बात तो यह है कि सरकार ने बढ़े हुए मुआवजे की राशि एचआईडीसी के खाते में भी भिजवा दी है परंतु एचआईडीसी के अधिकारी मंत्री की जी हजूंरी के चलते किसानों को मुआवजे के चैक नहीं दे रहे है वहीं दूसरी ओर किसानों को अब तक रॉयल्टी तक नहीं मिली है, जबकि सरकार ने पंजाब नेशनल बैंक में रॉयल्टी कई वर्ष पहले ही भिजवा दी थी और बैंक द्वारा 3200 खातेदारों में से अब तक केवल 200 खातेदारों को रॉयल्टी दी गई है। बैंक के अधिकारी इस रॉयल्टी पर ब्याज लेकर मुनाफा कमा रहे है और किसान बदहाल स्थिति से जूझ रहा है। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी एवं ओमपाल टोंगर ने कहा कि एक ओर तो भाजपा किसान हितैषी होने का दम भरती है वहीं दूसरी ओर किसान अपने मुआवजे के लिए भी दर-दर की ठोंकरे खाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि आईएमटी के इन पांच गांवों के किसानों को कई माह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बढ़ी हुई राशि का मुआवजा कुछ किसानों को दिया था, लेकिन अब एचआईडीसी के अधिकारी फरीदाबाद के दूसरे कैबिनेट मंत्री को खुश करने के लिए किसानों के चैक की फाईल को दबाए बैठे है। इस मौके पर राजू धारीवाल, कन्हैयालाल, हवलदार रतिराम, पालेराम, सुरेंद्र नंबरदार, मोनू टोंगर, बिदू राम, बिखन्न लाल, राजेंद्र तोमर, टीटू, नित्ता पहलवान, सुखविन्द्र जैलदार, सोनू बडगुर्जर सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।