छात्र हरजीत डागर पर दर्ज मामले को लेकर जाटों ने की बैठक
फरीदाबाद। जाट आंदोलन के नाम पर भाजपा सरकार द्वारा जाट समुदाय के लोगों पर बनाए जा रहे नजायज दबाव के विरोध में आज फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं ने कांग्रेस के वरिष्ठ जाट नेता विकास चौधरी के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन कर सरकार के इस कुकृत्य की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए एक स्वर में कहा कि सरकार जानबूझकर इस तरह की औछी हरकत कर जाटों को दबाने का काम कर रही है, जबकि जाट समुदाय शांतिपूर्ण धरना देकर अपनी बात सरकार के समक्ष रख रहे है तथा जाटों की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि किसी भी प्रकार का हिंसक आंदोलन हो क्योंकि जाट समुदाय जाट एक अमन पसंद व देशभक्त कौम है, जिन्होंने हरियाणा के विकास में अह्म भूमिका निभाई है, चाहे बॉर्डर पर देश की आन के लिए सीने पर गोली खाने की बात हो या खेल के मैदान मैडल लाने की बात हो, हर क्षेत्र में हरियाणा के जाटों ने देश व प्रदेश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। ऐसे में जाट समुदाय हिंसक होकर हरियाणा को बर्बाद कैसे कर सकता है इसलिए सरकार भी जिला प्रशासन से ऐसी कोई हरकत न करवाए कि जिससे कि जाट की भावनाएं आहत हो। बैठक में मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के छात्र हरजीत डागर द्वारा अपनी फेसबुक एकाउंट पर जाटों के पक्ष में डाली गई एक पोस्ट के विरोध में स्थानीय पुलिस द्वारा सरकार के दबाव में मुकदमा दर्ज करने का मुद्दा छाया रहा तथा बैठक में उपस्थित युवाओं ने विकास चौधरी के समक्ष छात्र हरजीत डागर को बेकसूर बताते हुए तमाम पहलुओं की जानकारी दी, जिस पर विकास चौधरी ने युवाओं से शांति व भाईचारा कायम रखने की अपील करते हुए जिला प्रशासन से छात्र हरजीत डागर मामले की निष्पक्ष जांच कर उन्हें न्याय देने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा एक ओर तो बेरोजगारी का दंश झेल रहा है वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार अपनी औंछी राजनीति के तहत छात्रों को भी अपनी राजनीति का शिकार बना रही है। श्री चौधरी ने कहा कि पूर्व में जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा प्रदेश में फरीदाबाद मात्र ऐसा जिला रहा है, जहां जाटों ने शांति व भाईचारे की मिसाल कायम कर पूरे हरियाणा में आपसी भाईचारे की एक अलग छाप छोड़ी थी, जो इस जिले में छत्तीस बिरादरी की एकता व आपसी मेलमिलाप का प्रमाण है। ऐसे में फरीदाबाद प्रशासन न जाने क्यों सरकार के दबाव में जाटों को धमकाने व दबाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आज एक सोची समझी रणनीति के तहत भाजपा सरकार गुजरात की तर्ज पर हरियाणा में भी जाटों को बदनाम कर भाई को भाई से लड़ाने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है और सरकार एक योजना के तहत जाट आंदोलन में भाग लेने वाले युवाओं व पूर्व सैनिकों का थाने में रिकार्ड दर्ज कर रही है तथा सरकार द्वारा यह तय किया गया है कि भविष्य में किसी भी सरकारी नौकरी पाने के वक्त इन युवाओं के चरित्र सत्यापन के लिए थाने में दर्ज किए गए रिकार्ड को दर्शाकर उनके जीवन को खराब करने की साजिश रच ब्रिटिश काल की दमनकारी नीति की यादों को ताजा कर रही है, जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। उन्होंने एक बार फिर युवाओं से अपील की कि वह फरीदाबाद की एकता व आपसी भाईचारे की मिसाल को कायम रखे और फेसबुक, व्हर्टअप पर किसी प्रकार की कोई पोस्ट न डाले, जिससे कि किसी भी समुदाय की भावनाएं आहत हो। बैठक में रोहताश सौरोत, नीरज सौरोत, सोनू बडगुर्जर, सुखविन्द्र रोज, सोनू मलिक, सतीश राणा सहित अनेकों युवा मौजूद थे।