डा0 हनीफ कुरैशी पुलिस आयुक्त फरीदाबाद।
Faridabad(Standard news on line news portal/Manoj Bhardwaj) पुलिस आयुक्त डा0 हनीफ कुरैशी ने हरियाणा में पहली बार फरीदाबाद में एक और सराहनीय पहल करते हुए पुलिस कन्ट्रोल रूम के 100 नम्बर में तकनीकी रूप से सुधार करते हुए एक नई शुरूआत की गई। जिससे अब आमजन को 100 नम्ब्र डायल करने के उपरांत तुरन्त पुलिस सहायता मिलेगी।पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस कन्ट्रोल रूम के सरवर रूम में एक सोफटवेयर लगाया गया है।अब 100 नम्बर डायल करने पर आपको एक आटोमेटिक वाईस रिकाडिंग सुनाई देगी ’’पुलिस कन्ट्रोल रूम फरीदाबाद में आपका स्वागत है पुलिस सहायता के लिए 1 दबाए। नम्बर 1 दबाने पर आपकी काल स्वत ही ऑपरेटर के पास ट्रांसफर हो जाएगीतथा ऑपरेटर द्वारा तुरन्त आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।जैसा कि संज्ञान में आया था कि कंन्ट्रोल रूम अच्छी तरह से काम नही कर रहा है व समय पर पुलिस सहायता नही मिल रही है। श्रीमान पुलिस आयुक्त के आदेश पर डी.सी.पी ट्रैफिक श्री विरेन्द्र विज जिनके पास कन्ट्रोल रूम का भी अतिरिक्त कार्यभार है के द्वारा जॉच करने पर पाया कि कन्ट्रोल रूम मे अप्रैल से 4-5 हजार कॉल प्रीतिदिन प्राप्त हो रही थी। जो धीरे-धीरे बढकर अब 7-8 हजार प्रीतिदिन हो गई थी। जो प्रीतिदिन आने वाली निम्न प्रकार की अवांछित कॉल के कारण 100 नम्बर लगातार व्यस्त रहता था।
1. दिल्ली, गुडगॉव, पलवल, नोयडा व गाजियाबाद के पुलिस कन्ट्रोल रूम के लिए की गई कॉलों का फरीदाबाद पुलिस कंन्ट्रोल रूम में आना।
2. कोई भी 1ए2ए3ए4 नम्बर गलती से दबने पर 100 नम्बर पर कॉल आना।
3. बच्चों द्वारा 100 नम्बर डायल कर देना।
4. असामाजिक तत्वों द्वारा शरारत करने की नियत से 100 नम्बर डायल करना।
5. गलत न. डायल होने पर 100 नम्बर पर कॉल आना।
6. मिस्ड कॉल का आना।
7. साईलैंण्ट कॉल- कॉल आने के बाद कॉलर की तरफ से कोई नही बोलता था परन्तु 100 नम्बर की लाईन व्यस्त हो जाती थी। जिसकी वजह से वास्तविक जरूरतमंद को समय पर पुलिस सहायता मिलने में देरी होती थी।
इस समस्या को दूर करने के लिए नया पुलिस कन्ट्रोल रूम में नया सॉफटवेयर इंस्टाल किया गया। जिससे अब अनवांछित/अनचाही कॉल कंन्ट्रोल रूम ऑपरेटर के पास नही पहुचेंगी व केवल जरूरतमंदो की कॉल ही कन्ट्रोल रूम ऑपरेटर तक पहुंचेंगी।
पिछले दो दिन में प्रयोग के तौर पर की गई शुरूआत में पाया गया कि कंन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल संख्या 7-8 हजार से घटकर करीब 200-300 कॉल प्रीतिदिन रह गई है। जिससे अब तुरन्त कार्यवाही करके जरूरतमंद को समय पर पुलिस मदद पहुंच रही है। इससे पुलिस कार्यप्रणाली मे काफी सुधार होगा और जिसके सकारात्मक परिणाम मिलेगे। जनता का पुलिस के प्रति विश्वास बढेंगा।