सऊदी अरब सरकार के अमेरिकी निवेश बेचने से वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता आ सकती है. सितंबर 2011 में बने अमेरिकी कानून जिसमें पीड़ितों के साम्राज्य पर मामला दर्ज करने की इजाजत होगी के खिलाफ सऊदी अरब ऐसे कदम उठा सकता है. व्हाइट हाउस ने बताया है कि सऊदी अरब अपनी 750 अरब डॉलर की अपनी अमेरिकी परिसंपत्ति बेचने की शुरुआत कर सकता है और खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.
व्हाइट हाउस ने जारी की चेतावनी
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, ‘मैं आम तौर पर यह कहूंगा कि ऐसे काल्पनिक हस्तांतरण या लेनदेन की श्रृंखला से वैश्विक वित्तीय बाजार अस्थिर होंगे.’ संसद में उस विवादास्पद कानून के परित होने पर सऊदी अरब की अमेरिकी संपत्तियों में अपने निवेश को बेचने की कथित धमकी के बारे पूछने पर अर्नेस्ट ने यह बात कही.
किसी देश को नहीं होगा फायदा
उनसे पूछा गया था कि आम तौर पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को क्या नुकसान हो सकता है. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘उस तरह की अस्थिरता और उतार-चढ़ाव विश्व भर की किसी विकसित अर्थव्यवस्था के हित में नहीं है. अमेरिका और सऊदी अरब दोनों विकसित अर्थव्यवस्थाओं के खंड में होंगे जिन्हें ऐसी परिस्थितियों से फायदा नहीं होगा.’
जॉन कॉरनिन और चार्ल्स सुमेर ने बनाया विधेयक
सिनेटर जॉन कॉरनिन और चार्ल्स सुमेर के साझा तौर पर तैयार इस विधेयक में आतंकवाद को प्रायोजित करने के खिलाफ न्याय की बात की गई. इसके मुताबिक 11 सितंबर 2001 की आतंकवादी घटना और अन्य घटनाओं के शिकार लोगों को आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति होगी.
ओबामा प्रशासन ने की विधेयक रोकने की लॉबिंग
ओबामा प्रशासन ने कांग्रेस से इस विधेयक को पारित होने से रोकने के लिए लॉबिंग की है. प्रशासन के एक अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि इसके पारित होने से राजनयिक और आर्थिक प्रभाव होंगे. सऊदी अरब अपनी कथित धमकी पर अमल भी कर सकता है.