फरीदाबाद । आज़ादी के शहजादे संस्था ने स्वतंत्रता सैनानी राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती और हरि किशन व बिसरा मुडां की पुण्य तिथि आज सैक्टर 7ई के पार्क में मनाई । कार्यक्रम की अध्यक्षता आर डब्लू ए के प्रधान अजय बहल ने की । इस मौके पर मारवाड़ी सभा व स्वामी शिवम हंस को समाज सेवा सम्मान से सम्मानित किया । संगरक्षक वासदेव अरोड़ा ने कहा कि एैसे महान स्वातंत्रता सैनानियों को नमन करते हुए एैसी महान समाज सेवी संस्थाओं को सम्मानित करके हम गौरवंतित होते हैं उन्हे जालंधर से आये स्वामी शिवम हंस जी की प्रसंना करते हुए कहा कि उनका यहां आना ही हमारे इस कार्य को आर्शिवाद देना है जो प्राकृतिक से रोगों का इलाज करते हैं और उन्होने मारवाडी समाज को पुर्णतय समाज सेवा को समर्पित बताया । संस्था के संस्थापक हरीश चन्द्र आज़ाद ने शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया उन्हे काकोरी षडयंत्र के रूप में जाना जाता था क्योंकि 9 अगस्त 1925 को अग्रेज भारत का खजाना काकोरी में रेल से लेकर जा रहे थे जिसको उन्होने अग्रेजों सं लूटकर भारत में ही रखा था उन्होने क्रांतीकारी संगठन मातृभूमी की वेदी और हिन्दुस्तान रिपब्लिकर का गठन किया काकोरी षडयंत्र की वजह से उनको मातृ 30 वर्ष की आयु में फांसी पर लटका दिया गया थे । आज़ाद ने स्वतंत्रता सैनानी बिरसा मुडां के बारे में बताया कि इनको गुरिला सेना का जनक कहा जाता है इनकी गुरिला सेना ने ब्रिटिश हूकूमत की नींद हराम कर रखी थी यही कारण था कि अग्रेज सरकार ने इनको पकडक़र जेल में डाला और मात्र 25 वर्ष की आयु में उनकी रहस्यमयी तरीके से जेल में मृत्यु हो गई अग्रेजों ने कहा कि हैजे से इनकी मृत्यु हुई है । इस मौके पर आर के शर्मा,तिलकराज शर्मा,महेश गुप्ता,महेश पाहूजा,आर डब्लू ए के प्रधान अजय बहल,जितेन्द्र गुप्ता,बिनोद भियानी,अशोक राठी,जितेन्द्र नेगी,वैभव मंगल,गिरीश गुप्ता,दरेश चौधरी आदि ने विचारे रखे ।