फरीदाबाद /-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर-21 डी द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया एवं होली का पावन पर्व मनाया गया जिसमें बी.के. प्रीती दीदी ने बताया होली मनाने का आध्यात्मिक रहस्य बताया सच्ची होली कैसे और किस विधि से मनानी चाहिए आज के समय तो होली मनोरंजन की बन गई है परंतु सच्ची होली मनाना अर्थात संपूर्ण पवित्र बनने की निशानी है अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त कर परमात्म प्यार के रंग में रंग जाओ सुख, शांति, प्रेम, आनंद ,खुशी, शक्ति पवित्रता, के रंग में रंगना ही सच्ची-सच्ची होली मनाना है बताया 100 स्टूडेंट्स के बराबर एक टीचर होता है और 100 टीचर के बराबर एक प्रिंसिपल होता है 100 प्रिंसिपल के बराबर एक गुरु होता है और 100 गुरु के बराबर एक मां होती है इसीलिए हमारे भारत में मां को गुरु मां कहा गया है और भारत को भी भारत मां एवं धरती को भी धरती मां कहा गया है इसीलिए महिलाएं महान है और साथ ही साथ प्रोग्राम के बीच *मुख्य अतिथि बी.जे.पी के अध्यक्ष अनीता शर्मा* ने बताया कि नारी अबला नहीं नारी सबला है नारी ने ही पुरुष को जन्म दिया और नारी के बिना हर घर सुना है आज हर व्यक्ति को पत्नी चाहिए बहू चाहिए पर बेटी नहीं चाहिए अगर बेटी ही नहीं होगी तो पत्नी और बहू कहां से आएगी और साथ ही साथ डॉक्टर एम.पी सिंह ने कहा अपने जीवन में नफरत को बाहर करो और प्रेम को अंदर समाओ और महिलाओं की बहुत प्रशंसा की बताया जहां नारियों का सम्मान है वहां देवताओं का वास होता है बी.के हरीश दीदी ने बताया नारी में अगर लक्ष्मी के गुण हैं तो वह वास्तव में एक लक्ष्मी है नारी एक त्याग मूर्त तपस्या मूर्त सहनशीलता की मूर्त होती है नारी का सदा सम्मान करें अपमान नहीं और साथ ही साथ सभी को होली के पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी और साथ ही बच्चों ने नाटक की प्रस्तुति द्वारा बताया कि हमें लड़कियों को ही नहीं बल्कि लड़कों को भी अच्छे संस्कार देने चाहिए और नारी परिवार में एकता बनाकर चले तो वह घर स्वर्ग से कम नहीं है और प्रोग्राम के अंत में बी.के रंजना दीदी ने सभी का धन्यवाद किया!