फरीदाबाद। भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी ने यहां स्थानीय सैक्टर-१२ स्थित जिला न्यायालय परिसर में नवनिर्मित अतिरिक्त न्यायालय भवन का बतौर मुख्य अतिथि पधारकर उद्घाटन किया। बेसमैंट सहित कुल सात मंजिले इस ज्यूडिशियल ब्लाॅक के निर्माण पर लगभग ३३ करोड़ रूपए की लागत आई है। उद्घाटन अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश शिआवक्श जल वजीफदार, न्यायाधीश एवं भवन समिति हरियाणा के चेयरमैन सूर्याकान्त तथा उच्च न्यायालय के ही जज एवं फरीदाबाद सत्र मण्डल के प्रशासनिक न्यायाधीश राकेश कुमार जैन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट संजीव चैधरी, उच्च न्यायालय के जज दर्शन सिंह, उपायुक्त समीरपाल सरों व पुलिस आयुक्त डा. हनीफ कुरैशी समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित थे।न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अत्याधुनिक सुविधा से परिपूर्ण इस नव निर्मित न्यायालय भवन से न्यायिक प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह भवन किसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी (एमएनसी) के कार्यालय भवन जैसा प्रतीत होता है। भवन के सभी तलों पर दिव्यांजनों के जाने के लिए रैम्प बनाना भी सराहनीय है। पहले नयायालय भवनों में सुविधाओं का अभाव होता था। सन् १९९० के आस-पास वे दिल्ली में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करने के दौरान उस समय बनाए गए सैक्टर-१२ के ही जिला न्यायालय भवन में आए थे परन्तु इतने समयान्तराल के बाद बने इस भवन में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से दिव्यांगजनों के लिए न्यायालय भवन में रैम्प से जाने हेतु व्हील चेयर सुविधा और न्यायालय परिसर को वाई-फाई सुविधायुक्त करने के लिए भी कहा। जस्टिस सीकरी ने कहा कि न्यायलय न्याय का मन्दिर होता है। अतः लोगों को शीघ्र न्याय दिलवाने के उद्देश्य से न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं को परस्पर बेहतर सामंजस्य रख कर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान संजीव चैधरी द्वारा न्यायालय परिसर में उपलब्ध जगह पर मल्टी लैवल पार्किंग बनाने, वकीलों के चैम्बर निर्माण, हाऊसिंग सोसायटी देने, बार रूम तथा लाइब्रेरी का प्रावधान आदि बनाने बारे रखी गई मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया। जस्टिस वजीफदार ने कहा कि यह शानदार व सुविधायुक्त भवन जजों, वकीलों व न्यायालय में आने वाले लोगों के लिए भी अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि न्यायालय भवन बेहतरी में यह अन्त नहीं बल्कि शुरूआत है।जस्टिस सूर्याकान्त ने कहा कि वे हरियाणा में सुविधानुसार कोर्ट रूम्स तथा रैजीडेंशियल काम्पलैक्स बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि २०१९-२० तक प्रदेश के सभी उपमण्डल स्तरीय न्यायालय भवनों का भी सुधार करके बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर दिया जायेगा। जस्टिस आर.के. जैन ने कहा कि इस भवन के बनने से पुरानी मांग पूरी हुई है। इसमें १९ न्यायाधीशों के न्यायालय स्थापित करने की सुविधा तैयार की गई है। इसके फलस्वरूप लम्बित मामलों को निपटा कर न्यायिक प्रक्रिया को और अधिक तीव्र गति से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान संजीव चैधरी ने मुख्य अतिथि जस्टिस सीकरी का स्वागत व्यक्त करते हुए जिला न्यायालय परिसर में मल्टी लैवल पार्किंग बनाने, वकीलों के चैम्बर निर्माण, हाऊसिंग सोसायटी देने, बार रूम तथा लाइब्रेरी का प्रावधान करने की मांग रखी।जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक गुप्ता ने मुख्य अतिथि जस्टिस सीकरी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिले में कुल ४० कोर्ट हैं जिनमें से तीन लेबर कोर्ट, ३ फैमिली कोर्ट और एक पर्यावरण सम्बन्धी कोर्ट शामिल हैं। अब इस नए भवन में १९ न्यायाधीशों की कोर्ट्स स्थापित होने से सभी न्यायधीशों को अच्छा परिवेश महसूस होगा जिससे न्याय प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।समारोह में मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल चार्मवुड तथा सेंट कोलम्बस स्कूल फरीदाबाद के बच्चों द्वारा स्वागत गीत, सरस्वती वंदना, प्रेरणादायक गीत तथा राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाई.एस. राठौर, राजेश मल्होत्रा, कंचन मल्ही, विरेन्द्र प्रसाद, विरेन्द्र मलिक, देवेन्द्र सिंह व कुलदीप सिंह, फेमिली कोर्ट की जज डा. सविता गुप्ता, सरताज बासवाना व अनिल कुमार सहित जिला न्यायालय के सभी न्यायिक अधिकारी, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व अधिवक्तागण उपस्थित थे।