फरीदाबाद । हरियाणा सरकार का लक्ष्य एमएसएमई सैक्टर का विकास और रोजगार में बढ़ौतरी है और इस संबंध में विभिन्न योजनाओं द्वारा उद्योगहित में कार्य किया जा रहा है। एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक अनुराग अग्रवाल ने यहां पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन फरीदाबाद के साथ आयोजित एमएसएमई कन्क्लेव में उक्त विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने अपने उद्देश्य के अनुरूप औद्योगिक नीति 2020 तैयार की है ताकि विकास को और तीव्र गति प्रदान की जा सके। श्री अग्रवाल ने बताया कि फरीदाबाद में सडक़ों की दशा में सुधार के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर व कनैक्टिविटी के संबंध में नीति तैयार की गई है। आपने बताया कि अतिरिक्त एफएआर उद्योगों के लिये स्वीकृत कर दिया गया है ताकि श्रमिकों को रोकने संबंधी प्रबंधों को बेहतर बनाया जा सके। यही नहीं ग्रुप हाउसिंग साईट्स को भी अनुमति प्रदान की जा रही है। जेवर एयरपोर्ट तथा यमुना एक्सप्रेस हाइवे के लिये रोड़ कनेक्टिविटी के संबंध में जानकारी देते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि इस संबंध में एमएसएमई सैक्टर के हित में योजनाएं जारी हैं। इससे पूर्व श्री अनुराग अग्रवाल व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिये प्रभावी पग उठाने का आग्रह किया. श्री मल्होत्रा ने श्री अग्रवाल से आग्रह किया कि वे कोर्ट केसिज तथा विभिन्न कारणों से लंबित प्रोजैक्टों को पूरा करने के लिये कदम उठाएं। आपने डीएलएफ तथा एनआईटी क्षेत्र में कॉमन इफलुएन्ट ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित करने, नॉन कन्फर्मिंग एरिया में उद्योगों को नियमित करने, 70 प्रतिशत से अधिक उद्योग होने की स्थिति में औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने का आग्रह करते हुए जानकारी दी कि एक सर्वे के अनुसार 212029 उद्योगों में से 15246 यनिट नॉन कन्फर्मिंग क्षेत्र में कार्यरत हैं। पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के हरियाणा स्टेट चैप्टर के चेयर प्रणव गुप्ता ने कहा कि कृषि के बाद एमएसएमई सैक्टर ऐसा क्षेत्र है जहां सबसे अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। आपने कहा कि एमएसएमई सैक्टर को प्रोत्साहन देने के लिये प्रभावी नीतियां जरूरी हैं जिनमें इंफ्रास्ट्रक्चर तथा वित्त संबंधी योजनाएं आवश्यक हैं। ईवाई के प्रबंधक श्री उपेंद्र सिंह ने अपनी प्रेजैन्टेशन में सरकार द्वारा एमएसएमई सैक्टर के हित में जारी योजनाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। श्री उपेंद्र सिंह ने कहा कि टैक्सटाईल, आटोमोबाइल, फूड एंड ब्रेवरज और इंजीनियरिंग सैक्टर में एमएसएमई सैक्टर की काफी भागीदारी है। पीएचडी चैम्बर के हरियाणा स्टेट को-चेयर निखिल सरदाना ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते विश्वास व्यक्त किया कि यह कान्कलेव निश्चित रूप से एमएसएमई सैक्टर के लिये काफी उपयोगी रहेगा। इस अवसर पर सर्वश्री विजय राघवन, पवन कोहली, टी सी धवन, राकेश जग्गी, अनिल जैन, दीपक मुखी, कुलदीप सिंह, अश्विनी खन्ना, सुनील गुप्ता, ए के सिंघल, एस के दिलबागी, सोम दुआ, रविन्द्र नाथ, वी थ्यागरंजन, अमित कोच्छर, राजेश देशवाल, एस एस सरोत, सुभाष मदान, समर, बिजेंद्र बंसल सहित एचएसआईआईडीसी और डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सदस्यों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।