फरीदाबाद। बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी ने सूचना के आधार पर सज्ञांन लेते हुए एक मुस्लिम परिवार की दो नाबालिग कन्याओं का बाल विवाह रूकवा दिया। साथ ही नाबालिक बच्चियों के अभिभावकों को बालिग होने से पूर्व कि गई शादी से उनके शरीर और मन पर पडनी े वाली नकारात्मका से अवगत करवाने के अलावा कानूनी प्रकिया की भी जानकारी उपलब्ध करवाई। चाईड हैल्पलाइन द्वारा बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी हेमा कौशिक को जानकारीे दी गई थी कि संजय कालोनी पुलिस चौकी के अर्तगंत आने वाली दुर्गा कालोनी में एक मुस्लिम परिवार की दो नाबालिक बच्चियों का विवाह जबरन करवाया जा रहा हैं। जानकारी मिलते ही हेमा कौशिक ने स्थानीय सबंधित चौकी से सम्र्पक साध दुर्गा कालोनी के उस मुस्लिम परिवार तक पहुच गई जहां ये विवाह सपंन्न करवाया जा रहा था। बताया गया है कि मुस्लिम परिवार के एक लडका और तीन लडकिया सहित कुल चार बच्चे हैं जिसमें से क्रमश दो 15 और 16 वर्ष की लडकिया हैं। जिनका विवाह खिचडीपुर एंव कुरैशीपुर गांव में किया जा रहा था। बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी हेमा कौशिक ने नाबालिक बच्चियों के अभिभावकों को समझा कर उनकी शादी 18 वर्ष के सम्पूर्ण होने के बाद करने के लिए मना लिया।