फरीदाबाद। महिला संरक्षण एवं बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी हेमा कौशिक का बेटी बचाव अभियान निरंतर शहर में नाबालिक लडकियों को बालिका वधु बनने से रोक रहा हैं। इसी क्षृंखला में बृहस्पतिवार को पर्वतीय कॉलोनी और गांव मोहब्ताबाद में दो लडकियों को बालिका वधू बनने से बचा लिया। पर्वतीय कॉलोनी में एक मजदूर परिवार की बेटी की बरात उत्तर प्रदेश से बृहस्पतिवार को ही आनी थी। उन्हें सूचना मिली कि लडकी की उम्र केवल 12 साल है। ऐसे में वह स्थानीय पुलिस को लेकर साथ पहुंची। वहां उन्होंने लडकी के माता.पिता को समझाया कि कम उम्र में बच्चों की शादी नहीं करनी चाहिए। मगर वह राजी नहीं हुए। तब उन्होंने बताया कि ऐसा करने पर उन्हें जेल जाना पड सकता है। इसके बाद लडकी की के परिजन मान गए। हेमा कौशिक ने वर पक्ष के लोगों को भी बरात न लेकर आने के लिए राजी किया। इसके अलावा बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी को गांव मोहबताबाद में भी कम उम्र में लडकी की शादी की सूचना मिली। वह पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और लडकी के अभिभावकों को 18 साल की उम्र से पहले बेटी की शादी न करें। वह इसके लिए राजी हो गए और लिखित में आश्वासन भी दिया। .