फरीदाबाद। ऊर्जा संरक्षण वर्तमान समय की एक बड़ी आवश्यकता है और वास्तव में इससे हम अपनी प्रक्रिया को न केवल सस्ता बना सकते हैं बल्कि प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने के लिये भी अपना योगदान दे सकते हैं। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जे पी मल्होत्रा ने यहां एनर्जी कन्जरवेशन डे पर आयोजित एक विशेष सेमिनार में यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ऊर्जा संरक्षण वास्तव में आपूर्ति तथा वैकल्पिक स्त्रोतों के उपयोग के संबंध में एक महत्चपूर्ण कदम है जो आज समय की मांग है। जूम प्लेटफार्म पर आयोजित इस सेमिनार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री मल्होत्रा ने कहा कि हमें ऊर्जा संरक्षण के लिये विभिन्न माध्यमों को अपनाना होगा। आपने उदाहरण देते कहा कि ७० फीसदी बिजली का बिल महज कुछ कदम उठाकर कम किया जा सकता है। श्री मल्होत्रा के अनुसार ४० फीसदी मोटर्स से एनर्जी कन्जरवेशन संभव है। सेमिनार में एनर्जी एफीशिएंससी सर्विसेज लिमिटेड के महाप्रबंधक श्री गिरिजा शंकर व सहायक प्रबंधक श्री एन के झा ने नेशनल मोटर्स रिप्लेसमैंट प्रोग्राम की जानकारी दी जिसके तहत आईई-वन या टू मोटर्स को आईई-थ्री मोटर्स में बदला जा सकता है। आपने बताया कि प्रत्येक रि-वाईडिंग पर १ प्रतिशत एनर्जी लॉस होता है। एफआईई के डा0 पी पी मित्तल ने एनर्जी कन्जरवेशन के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी। अपने संबोधन में श्री विशाल मल्होत्रा ने प्रतिभागियों को बताया कि किस प्रकार एक छोटा सा कदम ऊर्जा संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हो सकता है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर श्री सतीश गुप्ता ने उद्योग प्रबंधकों को सलाह दी कि अपने संस्थानों में बिजली के उपकरणों की नियमित रूप से जांच करे और फाल्टी लाईन से बचें। प्रश्रोत्तरी सैशन में डाक्टर पी पी मित्तल ने एनर्जी आडिट की आवश्यकता पर बल दिया जबकि श्री के के नांगिया ने जनरेटर सैटों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। श्री जे पी मल्होत्रा ने ऊर्जा संरक्षण के लिये एनर्जी कास्ट को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा इस अवसर पर डीएलएफ एनर्जी कन्जरवेशन अवार्ड 2020-2021 की घोषणा भी की गई। यह अवार्ड उन उद्यमियों के लिये है जो अपने एनर्जी बिल को ५ प्रतिशत कम करेंगे, मोटर रिप्लेसमैंट प्रोग्राम का हिस्सा बनेंगे और सोलर पावर प्लांट की स्थापना करेंगे। एसोसिएशन के महासचिव श्री विजय राघवन ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए सभी वक्ताओं का जहां आभार व्यक्त किया वहीं काफी छोटे अंतराल में एक प्रभावी सेमिनार के लिये श्री जे पी मल्होत्रा की सराहना की। श्री मल्होत्रा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के लिये ऊर्जा संरक्षण को महत्वपूर्ण करार देते कहा कि वर्तमान में जबकि कोविड-१९ के कारण हम काफी चुनौतियों से जूझ रहे हैं ऐसे में एनर्जी कन्जरवेशन काफी सहायक हो सकता है! सेमिनार में सर्वश्री सुभाष लूथरा, जे पी मल्होत्रा, बी आर भाटिय, मंधीर सिंह, एस के बतरा, रंजीत सिन्हा, बलदेव आहुजा, के के नांगिया, महावीर गोयल, के के कोहली, गुरूदर्शन, डा0 नीलम गुलाटी, अभिषेक धूपड़, गौतम मल्होत्रा, विशाल मल्होत्रा, विजय राघवन, चारू मल्होत्रा, अशोक गुप्ता, पंकज कुमार, राधिका, अशोक गुप्ता, कीर्ति सहित कई लोग शामिल हुए।