फरीदाबाद। एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कारपो० के नार्दन रीजनल हैड एवं डिप्टी जनरल मैनेजर गौरव अंशुमन ने कहा है कि कारपो० विशेष रूप से छोटे निर्यातकोंं को निर्यात से जुड़ी पूरी जानकारी और सभी प्रकार के रिस्क की जानकारी उपलब्ध कराता है। कारपो० विभिन्न प्रकार की बीमा पालिसी द्वारा खतरा कम करने की जानकारी तो देता है परंतु किसी प्रकार की गारंटी नहीं लेता।
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते आपने कहा कि निर्यातकों के भुगतान का अच्छे समय में भी रिस्क ही रहता है। युद्ध या गृह युद्ध से भुगतान बंद या लेट हो सकता है। मिल्ट्री सत्ता परिवर्तन या विद्रोह की स्थिति में भी यही होता है। देश की आर्थिक तंगी के कारण भुगतान की समस्या देश में आयात पर पाबंदी या पेमेंट ट्रांसफर करने पर पाबंदी लगा देता है। कारपो० ऐसे रिस्क से निर्यातक को बचाने हेतु भले ही कमर्शियल हो या राजनीतिक बीमा पालिसी बनवाना है ताकि निर्यातक का रिस्क कवर रहे और वह अपने व्यापार को बढ़ा सके।
इससे पूर्व एसो० के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने सभी का स्वागत करते कहा कि आज का यह आयोजन निर्यातक विशेष रूप से एमएसएमई को अपनी निर्यातक क्षमता बढ़ाने, जीडीपी बढ़ाने में सहयोग देने व नये भारत का निर्माण करने और जी 20 देशों के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहे अनुसार देश की विश्व की आर्थिक शक्ति बनाने में सहयोग देने वाला एक कदम होगा।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में फरीदाबाद को निर्यात हब बनाने हेतु निर्यात को बढ़ाने एवं मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने व रोजगार के अवसर पैदा करने के लिये जमीन से जुड़ी दूरगामी योजना तैयार की है। ग्रामीण क्षेत्र में निर्यात को कभी बढ़ावा नहीं मिला। आत्मनिर्भर भारत आंदोलन को बढ़ावा देने के लिये सरकार छोटे नगर एवं शहरों में विशेष रूप से अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इसका उद्देश्य निर्यात को बढ़ावा देना ही है। हरियाणा सरकार एमएसएमई ओर स्थानीय शिल्पियों को बढ़ावा देने समान लाने ले जाने के साधनों में सुधार लाने, रोजगार के अवसर पैदा करने एवं उन्हें बढ़ावा देने व जिला स्तर पर निर्यात को बढ़ावा देने हेतु साकारात्मक प्रयास कर रही है। आपने कहा कि हाल ही में हरियाणा एक्सपोर्ट प्रमोशन का गठन का एकमात्र उद्देश्य राज्य से निर्यात को बढ़ावा देना है। फारेन कारपोरेट डिपार्टमैंट हरियाणा को यह जिम्मेदारी दी है कि वह विदेशी सम्पर्क को बढ़ाए विदेशी बायर एवं निर्यातक के बीच द्विपक्षीय बातचीत कराए।
श्री मल्होत्रा ने इस अवसर पर निर्यात हेतु 4 बिंदु आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रस्तुत किये – केंद्रीय एवं राज्य सरकार की निर्यात संबंधी योजनाओं की जानकारी देना एवं उनके प्रति जागरूकता पैदा करना। एक जिला एक प्रोजैक्ट को जिला एक्सपोर्ट हब हेतु उत्तर प्रदेश की तर्ज पर तैयार करना।
इंडियन एक्सपोर्ट कारपो० में निर्यातकों को अधिकाधिक संख्या में पंजीकृत कराने हेतु प्रक्रिया सरल बनाना और एफसीडी निर्यातकों के पंजीकरण के प्रति जागरूकता पैदा करना। श्री मल्होत्रा ने हरियाणा सरकार से निर्यातकों के सर्टिफिकेशन टैस्टिंग सुविधा उपलब्ध करने और विश्व में बाजार बनाने हेतु अवसर खोजने विदेशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिये प्रोत्साहन देने की मांग की। जिले में स्थाई रूप से एक प्रदर्शनी हाल बनाने, निर्यात संबंधी पूरी जानकारी देने के जिला स्तर पर प्रबंध करने पर जोर दिया। श्री बेनीकिन्हा ने उपस्थितजनों से सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान करते कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि एक क्लीयर लीडरशिप के अंतर्गत कार्य किया जाए। श्री बेनीकिन्हा ने कहा कि हमें स्वयं का अध्ययन करना होगा और अपने व अपने समाज के प्रति होलीस्टिक अप्रोच को अपनाना होगा।
आपने कहा कि टर्नओवर में बढ़ौतरी वास्तव में असैट क्रिएशन नहीं है। आपने कहा कि हमें अपनी संस्कृति जिसमें सम्र्पण व नैतिक मूल्य मुख्य अंग हैं, को आगे बढ़ाना होगा।
कार्यक्रम में हिमालय वैलनैस, इनफिनटी अप्रैरल्स, जीएसटी इंडस्ट्री, सिद्ध मास्टर बैच, एपीपीटी फैशन, एटीएम एक्सपोर्ट, एलोमैक्स इंटरनेशनल, इनटाईम गारमैंट, इंडियन पैकेजिंग, कलर वाटिका, वीवाईएसटी, शिवशक्ति, पेस एग्जिम, साधु ओवरसीज, न्यूमैन इंजीनियरिंग, सन्नी वियर्स, भारतीय बाल्वज, शिवानी लॉक्स सहित कई उद्योगों के प्रतिनिधि शामिल हुए।