फरीदाबाद । फरीदाबाद की किसी भी तहसील में अगर एक रूपये की भी रिश्वर अगर किसी तहसीलदार या तहसील कार्यालय के अन्य कर्मचारी ने ली तो इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा इन्हे जेल भेजूंगा। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एल एन पाराशर का जिन्होंने मीडिया से बात करते हुए एक बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अब फरीदाबाद की तहसीलों में किसी भी गरीब को लुटने नहीं दूंगा। वकील पराशर ने बताया कि एक दिन पहले मैंने अपना फोन नंबर सार्वजनिक किया था कि अगर फरीदाबाद की किसी भी तहसील में रिश्वत लेने की जानकारी किसी को हो तो मुझे सूचित करें। वकील पाराशर के अनुशार उनके पास अब तक सैकड़ों फोन आ चुके हैं और हर किसी का कहना है कि फरीदाबाद की सभी तहसीलों में बड़ी रिश्वतखोरी चल रही है। वकील पाराशर ने बताया कि गरीबों से ही नहीं बड़े बड़े माफिया से तहसीलदार करोड़ों की रिश्वत ले रहे हैं और विश्व की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला अरावली का जितना हिस्सा फरीदाबाद की सीमा में है वहाँ इन तहसीलदारों की रिश्वतखोरी के कारण बड़े बड़े फ़ार्म हाउस बन गए और बड़े बड़े अवैध निर्माण हो गए और अब भी अवैध निर्माण जारी हैं। वकील पाराशर ने कहा कि बड़खल क्षेत्र की तहसील में उन्हें ज्यादा रिश्वतखोरी की सूचना मिली है और तिगांव में भी ऐसा ही चल रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों ने उन्हें बताया कि सभी तहसीलों के तहसीलदार और नायब तहसीलदार जमकर रिश्वत लेते हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार से मैं सभी तहसीलों का दौरा करूंगा और कहीं कोई एक रूपया भी रिश्वत लेता दिखा तो सीधा थाने जाऊंगा और एफआईआर दर्ज करवाऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं फरीदाबाद से भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा हूँ और किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करूंगा। वकील पाराशर ने बताया कि युवा वकीलों को तहसील के काम काज का पूरी तरह से जानकारी हो इसलिए मैं वकीलों को रजिस्ट्रेशन एक्ट और रेवेन्यू एक्ट की किताबें मुफ्त में बांटने जा रहा हूँ। उन्होंने कहा कि एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने पूरी अरावली को वन विभाग का क्षेत्र घोषित किया है जो बोर्ड का एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि वन विभाग क्षेत्र घोषित किये जाने से अरावली पर अब अवैध निर्माण नहीं हो सकेंगे और जो हो रहे हैं वो तोड़े जा सकेंगे।