फरीदाबाद! नवरात्रि के पहले दिन आज महारानी वैष्णो देवी मंदिर में कलश स्थापना के साथ धूमधाम से माता की पूजा-अर्चना शुरु की गई। इस अवसर पर पूरा मंदिर परिसर माता के जयकारों के गुंजायमान रहा। इस मौके पर शुभ महूर्त में मंदिर में 9 देविों के समक्ष ज्योति प्रचंड की गई। इस अवसर पर सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर आईआरएस प्रधान आयकर आयुक्त फरीदाबाद राकेश गोयल व बतरा गु्रप के डायरेक्टर आरके बतरा द्वारा ज्योति प्रचंड की गई। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में होटल राजमंदिर के डायरेक्टर गुलशन भाटिया, केसी लखानी, आरके जैन, आनंद मल्होत्रा, प्रदीप झाम , फकीरचंद कथूरिया, प्रताप भाटिया, राहुल मक्कड़, संजय वधवा, रमेश सहगल, सुरेंद्र गेरा, विनोद पांडे, नेतराम, नीरज अरोड़ा व रमेश झाम मौजूद रहे। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने माता पर सोलह श्रृंगार, नारियल चढ़ाकर माता का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि नवरात्र में सुबह-सायं विशेष माता की आरती की जाएगी जिसमें श्रद्धालुओं के साथ-साथ गणमान्यजन भी शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रथम दिन मां शैलपुत्री का आशीर्वाद श्रद्धालुओं ने लिया। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के नौ रूपों की विशेष पूजा का उत्सव नवरात्रि आज से शुरू गया है। इसको लेकर भक्तों में उत्साह बना हुआ है। उन्होंने बताया कि आज मां दुर्गा हाथी की सवारी पर पृथ्वी लोक में पधारीं हैं। जिस दिन से नवरात्रि शुरू होते हैं, उसी दिन के अनुसार माता अपने वाहन पर सवार होकर आती हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा की सवारी को लेकर तिथि के हिसाब से अलग-अलग सवारी तय है। देवी भागवत के अनुसार शशि सूर्य गजारूढ़ा, शनि भौमे तुरंगमे। गुरौ शुक्रे च दोलायां, बुधे नौका प्रकीर्तिता। अर्थात यदि नवरात्रि रविवार, सोमवार से आरंभ हो तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। जगदीश भाटिया ने बताया कि 3 अक्तूबर को दुर्गा अष्टमी पर मंदिर में श्री मां वैष्णो सेवा मंडल, फूलों वाली मंडली द्वारा जागरण आयोजित किया जाएगा तथा 4 अक्तूबर को रामनवमी के मौके पर पूजन व हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।