फरीदाबाद। क्षेत्र में शराब विक्रय करने को लेकर वर्चस्व की जंग ने दो लोगो की जान ले ली। दो पक्षों के मध्य रंजिश ने विकराल रूप धारण कर लिया और बीती देर रात दो युवाओं को कैंची घोपकर मौत के घाट उतार दिया गया। जहां हत्या की गई वहा से केन्द्रीय राज्यमंत्री के घर की दूरी महज कुछ फासले की थी। मामला बीती देर रात का है जहां 19 व 28 की डिवाइडिंग रोड पर दो युवाओं के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दोहरे हत्याकांड की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस और क्राईम बंाच की टीम पहुच गई और जगह का मौका मुआयना कर हत्यारों की खोजबीन शुरू कर दी। बताया गया है कि आंरभिक पूछताछ में मृतकों के साथी एंव वही उपस्थित एक फूल वाले से इस बात पूछताछ की गई थी जिसमें यह बात सामने आई कि आकाश व प्रियांशु दोनो ही अवैध रूप से शराब बेचने के कार्य कर रहे थे। इन दोनो ने शराब बेचने का अपना गैरकानूनी व्यवसाय का श्रेत्र का बटवारा किया हुआ था। परन्त़ु कुछ दिनों से दोनो के बीच क्षेत्र को लेकर तनातनी चल रही थी क्योकि दोनों में से एक ने दूसरे के इलाके में शराब बेचना शुरू कर दिया। इसी बात को लेकर 4 दिन पूर्व दोनो के बीच जमकर झगडा भी हुआ था। यह भी पता चला है कि आकाश इसी डिवाइडिंग रोड पर सेक्टर-19 वाली साइड में भावी सिंह उर्फ गुड़ू की फूल की दुकान है जहां आया जाया करता था। कल शाम तकरीबन नौ बजे के आसपास भी वह वही बैठा हुआ था तथी अमित, पियांशू और सूरज तीनो अपनी मोटरसाइकिल से वहा पहुच गए परन्तु जैसे ही वह उसके नजदीक पहुचे तो उसे लगा कि यह तीनो उसे मारने के इरादे से यहा आए है। डर की वजह से आकाश ने फूल की दुकान से कैंची उठा ली और जैसे ही तीनो उसके नजदीक पहुचे तो उसने ताबडतोड अमित पर वार करने शुरू कर दिए जिसकी वजह से अमित के शरीर पर 12 से 13 निशान कैंची के घाव के बन गए जबकि प्रियाशु के शरीर पर 3 ही निशान पाए गए। यह भी जगजाहिर है कि दोहरे हत्याकांड ने पुलिस कार्यशैली पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया। सरेआम इस हत्याकांड ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था के हालात पर पुर्नविचार की सोच को बल दे दिया जहां लोगो की जिंदगी सुरक्षित नही हैं। बेशक इस मामलें में शराब माफियाओं द्वारा क्षेत्र में अपने वर्चस्व की लडाई को लेकर यह हत्याए करवाई गई पर यदि पुलिस थोडी सर्तक होती हो शायद इस तरह की वारदात को अंजाम आसानी से नही दिया जा सकता था जबकि मात्र कुछ कदम की दूरी पर केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर वही है। दबी जु़बान से यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस के कुछ भष्ट्र अधिकारियों की शह का ही नतीजा है कि शहर में शराब का व्यवसाय अपनी चरम पर है। वही पुलिस ने अरोपयिों की पकड के लिए कोशिश शुरू कर दी है।