फरीदाबाद। आजकल लगभग प्रत्येक परिवार में से कोई न कोई हाल ही में चल रहे वायरल बुखार अथवा चिकनगुनिया बुखार से पीडि़त है, इसी बुखार से बचाव के बारे में लोगो को जागरूक कर रहे है सर्वोदय अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. सुनील राणा। उन्होने बताया कि चिकनगुनिया एक वायरस है,जो कि एडिस मच्छर के काटने से होता है। जैसे ही वायरस बॉडी में प्रवेश करता है तो इंसान बुखार , जोड़ो का दर्द मुँह में कड़वापन और उल्टी इत्यादि से ग्रसित हो जाता है। वही चिकनगुनिया बुखार से पीडि़त व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण पाए जा सकते है। जिसमें प्रमुख तौर पर बुखार में इंसान के जोड़ों में काफी दर्द होता है और कभी.कभी तो ये दर्द ठीक होने में 6 महीने से ज्यादा का समय लग जाता है। मरीज को हमेशा बुखार रहता है।100 डिग्री के आसपास या फिर एक निर्धारित समय आने पर बुखार एकदम से तेज भी हो जाता है। शरीर पर लाल रंग के रैशेज बन जाते हैं। मरीज को भूख नहीं लगती और हमेशा थकान महसूस होती है और कभी. कभी सिर में दर्द और खांसी.जुकाम भी रहता है। सावधानियों के सर्दभ में डा.सुनील राणा ने बताया कि
1. आमतौर पर चिकनगुनिया का मच्छर दिन में काटता है इसलिए दिन में भी मच्छर कॉयल जलाकर रखें।
2. घर में और आस पास पानी एकत्रित होने ही ना दें क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाला मच्छर साफ पानी में ही पनपता है इसलिए पुराने टायरोंए या बर्तनों में पानी जमा ना होने दे एवं कूलर के पानी को रोज बदले ।
3. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग कीजिये और मच्छर मारक क्रीम का इस्तेमाल करे परन्तु 2 वर्ष से कम के बच्चो पर इसका इस्तेमाल न करे।
4. पूरी बांह वाले कपड़े पहनिये और हमेशा अपने आप को ढक़कर घर से निकलें एवं गहरे रंग के वस्त्रो से परहेज करे क्योंकि मच्छर गहरे रंग की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं
5. खूब पानी पीजियेए जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे।
6. शाम होते ही खिडक़ी.दरवाजों को बंद रखेंए ताकि मच्छर घर में प्रवेश ना कर पायें।