गऊ भक्तों के चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को कांग्रेस ने दिया समर्थन
फरीदाबाद। संत गोपालदास द्वारा पूरे हरियाणा में गोचरण विकास बोर्ड बनाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय के समक्ष पिछले 5 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे गऊ भक्तों व राजीव दीक्षित स्वदेशी रक्षक संघ के सदस्यों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। इस धरने को आज उस समय भारी जनसमर्थन मिल गया, जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विकास चौधरी ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचकर उन्हें पार्टी की ओर से समर्थन देने की घोषणा कर दी। धरनास्थल पर पहुंचे श्री चौधरी ने गऊ भक्तों की सभी मांगों को जायज करार देते हुए कहा कि बीते चुनाव के दौरान भाजपा का नारा था कि ‘गाय बचेगी-देश बचेगा’, तो क्या गोचरण भूमि के बिना गाय बच पाएगी? उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी ने वैसे तो अपने चुनावी घोषणा पत्र का कोई भी वायदा अब तक पूरा नहीं किया, लेकिन गोचरण का मुद्दा लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है, और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चुनावी घोषणा पत्र में इसके उल्लेख को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे पर तीन वर्ष बीतने के बाद भी गोचरण भूमि के मामले में सरकार शून्य की स्थिति में है। श्री चौधरी ने हरियाणा गऊ सेवा आयोग का चेयरमैन भानीराम मंगला पर हल्ला बोलते हुए कहा कि उनके निवास से मात्र 200 मीटर की दूरी पर गऊ भक्त गोचरण विकास बोर्ड बनाने की मांग के लिए धरने पर बैठे है परंतु पांच दिन बीतने के बावजूद उन्होंने या उनके आयोग के किसी भी व्यक्ति ने धरने में पहुंचकर गऊ भक्तों की सुध तक नहीं ली है, जिससे साबित होता है कि ये सिर्फ आरएसएस के लोगों को लाभ देने के लिए आयोग बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में 1 लाख 80 हजार एकड़ गोचरण भूमि पर अवैध कब्जा है, जबकि फरीदाबाद ब्लाक के 46 गांवों में 6 हजार 84 एकड़ से ज्यादा गोचरण की भूमि पर अवैध कब्जा है। उन्होंने भाजपाईयों पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोचरण की अधिकांश भूमियों पर भाजपा नेताओं व उनके समर्थकों द्वारा कब्जा किया हुआ है, अगर सरकार सही मायने में गऊ माता की हितैषी है तो गोचरण की भूमियों से अवैध कब्जे हटाए जाए और अपनी नीति और नीयत स्पष्ट करें। श्री चौधरी ने कहा कि रविवार को धरनास्थल के समक्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल अधिकारियों की मीटिंग लेने आए थे, लेकिन उन्होंने संवेदनहीनता दिखाते हुए गऊ भक्तों के पास नहीं गए, लेकिन संत गोपालदास ने पहल करते हुए मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जहां मुख्यमंत्री ने बोर्ड बनाने की बात को सिरे से नकारते हुए एक कमेटी के गठन का आश्वासन किया, जो तय करेगी कि उनकी मांगें जायज है भी या नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस कथन से गऊ भक्तों की उम्मीदें आहत हुई है और उनमें सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। इस मौके पर सुरेंद्र यादव अध्यक्ष, प्रवीन गुप्ता कोषाध्यक्ष, राजू धारीवाल, अरविंद त्यागी संयोजक, किशन कुंदा, मोहित शर्मा, रंजीत रावल, बीपी गोयल, सुनील यादव, ईदीश अली, सोनू मलिक, प्रदीप धारीवाल, सुनील सिंह, आशीष, योगेश शर्मा, नित्ता पहलवान, रोहताश सौरोत सहित अनेकों गऊ भक्त मौजूद थे।