परिजनों ने सौंपा पुलिस को सुसाइड नोट,एसआरएस गु्रप के मालिक सहित भाजपा नेता एंव निर्वमतान पार्षद का नाम चर्चा में
फरीदाबाद। व्यापारी सतीश गोयल आत्महत्या मामलें में पुलिस को जांच के लिए उनके परिजनों ने सुसाइड नोट सुर्पद कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस उपायुक्त को दिए गए सुसाइड नोट में सीधे तौर पर मृतक ने एसआरएस गु्रप के मालिक अनिल जिदंल सहित अन्य फाईनेंसरों को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में भाजपा नेता नरेन्द्र गुप्ता और निर्वतमान पार्षद राव रामकुमार के नाम का भी जिक्र किया गया है। मृतक सतीश गोयल के सुपुत्र ने डीसीपी बल्लभगढ़ भूपेन्द सिंह को अपने पिता द्वारा लिखित सुसाइड नोट सौंप दिया है। जांच के लिए जहां सुसाइड नोट को मधुबन प्रयोगशाला में भेज दिया गया वही आरोपियों को सात दिन के भीतर गिरफ्तार का आश्वसन भी दिया गया है। बल्लभगढ़ के पंजाबी वाडा में रहने वाले 75 वर्षीय हाडवेयर व्यापारी सतीश गोयल ने 31 मई को सुबह जहर खा लिया था। इलाज के लिए जब उन्हे सर्वोदय अस्पताल ंलाया गया तो चिकित्सकों के प्रयास के बावजूद भी उन्होने अपना दम तोड दिया था। थाना शहर पुलिस को उस वक्त दिए गए अपने बयान में मृतक के पुत्र राजीव गोयल अपने पिता की मृत्यु के लिए एसआरएस गु्रप के मालिक अनिल जिंदल,विनोद मामा,अमित मित्तल और डीकेे बर्तन वाले को दोषी ठहराया था। उस वक्त उन्हे अपने पिता के सुसाइड नोट के सर्दभ में जानकारी नही थी। पुलिस ने सभी मुलजिमों के खिलाफ प्राथमिक सूचना दर्ज कर ली थी। गुरूवार को जब मृतक के परिजन उनके कमरे में छानबीन कर रहे थे तो पिता की कमीज से उन्हे एक सुसाइड नोट मिला। दावा यह किया जा रहा है कि यह सुसाइड नोट मृतक ने 31 मई को मरने से पूर्व लिखा था। सुसाइड नोट जो कि पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी के नाम लिखा गया है उसमें बताया गया है कि एसआरएस गु्रप के मालिक अनिल जिदंल और विनोद मामा ने उनसे 1 करोड 55 लाख रूपये ले रखे है। साथ ही सुसाइड नोट में यह भी लिखा गया है कि अमित मित्तल ने उनके 2 करोड 38 लाख दबाए हुए है। परिजनों की मांग और सुसाइड नोट की बरामदगी के बाद पुलिस आयुक्त ने आरोपियों को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने का आश्वसन दिया है। जांच के लिए उन्होने सुसाइड नोट को मधबुन भेज दिया है और इस मामले ही जांच डीसीपी बल्लभगढ को सौंप दी गई है।