फरीदाबाद। विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए नित नए प्रयास करने के लिए जाना जाता है। इसी प्रयास की कड़ी में स्कूल प्रशासन सभी कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र एवं छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान करता है। स्कूली के विद्यार्थियों को प्रदान की जाने वाली स्कॉलरशिप की राशि इस वर्ष बढ़ाकर दुगनी कर दी गई है। उक्त जानकारी देते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि शिक्षा अपने चारों ओर की चीजों को सीखने की एक प्रक्रिया है। यह हमें किसी भी वस्तु या परिस्थिति को आसानी से समझने, किसी भी तरह की समस्या से निपटने और पूरे जीवनभर विभिन्न आयामों में सन्तुलन बनाए रखने में मदद करती है। शिक्षा सभी मनुष्यों का सबसे पहला और सबसे आवश्यक अधिकार है। इसी को ध्येय मानते हुए हमारा उद्देश्य यह है कि समाज के हर वर्ग और हर बच्चे तक शिक्षा का लाभ पहुंच सके, क्योंकि यह उनका अधिकार है। इसलिए स्कॉलरशिप के माध्यम से हम इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करते हैं। श्री यादव ने कहा कि बिना शिक्षा के हम अधूरे हैं, और हमारा जीवन बेकार है। शिक्षा हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करने और आगे बढऩे के लिए प्रेरित करती है। यह हमारे ज्ञान, कुशलता, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में सुधार करती है। यह हमारे जीवन में दूसरों से बात करने की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाती है। शिक्षा परिपक्वता लाती है और समाज के बदलते परिवेश में रहना सिखाती है। यह सामाजिक विकास, आर्थिक वृद्धि और तकनीकी उन्नति का रास्ता है। श्री यादव ने कहा कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बेटियों को अपना आत्मविश्वास बढ़ाना होगा। आत्मविश्वास से ही कई महिलाओं ने अपने लक्ष्य को प्राप्त कर उच्च पदों को सुशोभित किया है। उन्होंने बताया कि संस्थान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रहा है और बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर वर्ष फ्री एडमीशन रखते हैं। उन्होंनें कहा कि महिलाओं की शिक्षा के लिए सरकार भी काफी प्रोत्साहन दे रही है। इसके अलावा आमजन भी महिला शिक्षा पर जोर दे रहा है। जब बेटियां आगे बढ़ेगी, तो देश भी आगे बढ़ेगा। इसलिए हमारा विशेष ध्यान बेटियों की शिक्षा पर भी है जिसके लिए छात्राओं के एडमीशन को फ्री रखा गया है। इसके अतिरिक्त हम चाहते हैं कि प्रतिभाशाली बच्चे खेलों में भी आगे आएं और आगे बढ़ें। इसलिए हमने राष्ट्रीय स्तर पर मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए स्कूटी और लेपटॉप देने की व्यवस्था की है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इसका जीवंत उदाहरण राष्ट्रीय स्तर पर याति हासिल कर चुकी हमारे स्कूल की छात्रा आर्ची यादव है, जिसने आर्चरी में राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए हैं।