फरीदाबाद। एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल द्वारा साइक्लोथोन साइकिल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें २५० प्रतिभागियों ने भाग लिया। एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एन.के पांडे ने प्रतियोगियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम मे डायरेक्टर अनुपम पांडे, मेडिकल डायरेक्टर, अंतर्राष्ट्रीय पेशंट विभाग डायरेक्टर नेहा पांडे एवं डॉ. स्मृति पांडे व अस्पताल के अन्य सदस्य मौजूद रहे। साइक्लोथोन के प्रतियोगी सेक्टर -२१ए एशियन अस्पताल से निकलकर सेक्टर-८ से होते हुए वापस एशियन अस्पताल पहुंचे, इस दौरान उन्होंने २१ किलोमीटर का सफर तय किया। प्रतियोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह पर नर्सिंग स्टाफ और फीजि़योथेरेपिस्ट भी मौजूद रहे। साइक्लोथोन १५ साल से ऊपर के बच्चों, महिलाओं और पुरुषों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। दो आयुवर्गों में विभाजित किया गया। एक वर्ग में १५ साल से ४० साल और दूसरे वर्ग में ४० साल से ऊपर के लोग मौजूद रहे। इन दोनों वर्गो में भी महिला और पुरुषों के वर्ग बनाया गया। प्रत्येक वर्ग में प्रथम विजेता को १५ हजार रूपये , द्वितीय विजेता को १० हजार रूपये और तीसरे विजेता को ५००० हजार रूपये का नकद इनाम दियाा गया। सुबह ही अपनी-अपनी साइकिलों पर प्रतियोगी हेल्मेट और नी-पैड पहनकर पहुंचे। सभी साइक्लोथोन को लेकर बेहद उत्साहित दिखे। साइक्लोथोन में १५ से ४० साल आयुवर्ग के महिला वर्ग में प्रथम पुरस्कार मेघा ग्रोवर ने द५३ द्घद्गह्वङ्क २६ द्यस्स्रड्डह्यरू½ , द्वितीय पुरस्कार स्वीटी ने द१ ?द्मड्डङ्कद्म ०४ द्घद्गह्वङ्क ३७ द्यस्स्रड्डह्यरू½ और तीसरा पुरस्कार प्रीति ने द१ ?ड्डद्मङ्कद्म ०५ द्घद्गह्वङ्क ०६ द्यस्स्रड्डह्यरू½ हांसिल किया।साइक्लोथोन में १५ से ४० साल आयुवर्ग के पुरुष वर्ग में प्रथम पुरस्कार मंजीत सिंह ने द३५ द्घद्गह्वङ्क ३७ द्यस्स्रड्डह्यरू½, द्वितीय पुरस्कार आकाश चौहान ने द३५द्घद्गह्वङ्क ४१ द्यस्स्रड्डह्यरू½ और तीसरा पुरस्कार तराश ने द३७ द्घद्गह्वङ्क ५० द्यस्स्रड्डह्यरू½ हांसिल किया। साइक्लोथोन में ४० साल से ऊपर आयुवर्ग के महिला वर्ग में प्रथम पुरस्कार प्रतिमा गर्ग ने द५४ द्घद्गह्वङ्क २४ द्यस्स्रड्डह्यरू½, द्वितीय पुरस्कार वंदना बब्बर ने द५८ द्घद्गह्वङ्क ५२ द्यस्स्रड्डह्यरू½ और तीसरा पुरस्कार राशि ने द१ ?द्मड्डङ्कद्म १२ द्घद्गह्वङ्क ०७ द्यस्स्रड्डह्यरू½ हांसिल किया।साइक्लोथोन में ४० साल से ऊपर आयुवर्ग के पुरुष वर्ग में प्रथम पुरस्कार डॉ. अमित बल्लानी ने द४० द्घद्गह्वङ्क २७ द्यस्स्रड्डह्यरू½ , द्वितीय पुरस्कार डॉ. बिश्वनाथ तिवारी ने द४३ द्घद्गह्वङ्क ४४ द्यस्स्रड्डह्यरू½ और तीसरा पुरस्कार शेरसिंह ने द४४ द्घद्गह्वङ्क २४ द्यस्स्रड्डह्यरू½ हांसिल किया।इस कार्यक्रम के दौरान राहगीरी में डांस, जुम्बा, बच्चों द्वारा हुल्ला-हुप, हिप-हॉप, एरोबिक्स और योगा भी किए गए। राहगीरी में हर वर्ग के तकरीबन ३०० लोगों ने भाग लिया। साइक्लोथोन के सभी प्रतिभागियों को पार्टीसिपेशन सर्टीफिकेट,मेडल, टी-शर्ट, बैग प्रदान किए गए। डॉ. एन.के पांडे ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आजकल की भागदौड भरी जिंदगी में लोग अपने स्वाथ्स्य के प्रति लापरवाह होते जा रहे हैं। ऐसे में साइकिल चलाना एक उचित व्यायाम है जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य को बहुत लाभ होता है। इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता