फरीदाबाद। बीजेपी टिकट वितरण का एक अनछुआ पहलु जिसे स्मार्ट सिटी से भी जोड कर देखा जा सकता हैं। अब सवाल यह है कि टिकट वितरण का स्मार्ट सिटी से क्या सरोकार। पर यदि गौर किया जाए तो सभी दिग्गज अपने ही समर्थक को निगम चुनाव को टिकट दिलवाने में लगे हुए थे। जिसमे मुख्य तौर पर केद्रीय मंत्री कृष्ण्पाल गुर्जर, विधायिका सीमा त्रिखा और केबिनट मंत्री विपुल गोयल के मध्य यह कडी जुडी हुई दिखाई दे रही थी। इसमें कोई दो राय नही है कि स्मार्ट ङ्क्षसटी प्रोजेक्ट का श्रेय जहां केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर स्वंय लेने चाहते है वही केबिनट मंत्री विपुल गोयल भी अपनी भागीदारी किसी से कमंतर नही आंकते। अब बात की जाए शह और मात के खेल की तो यह तीनो दिग्गज अपने समर्थको को टिकट देकर उन्हे निगम में पहुचाने चाहते है ताकि निगम में इनकी अधिकतमा सिद्ध की जा सके। इतना ही नही इस बार निगम महापौर के लिए भी इनके द्वारा रणनीति बना ली गई है ताकि निगम सदन में स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट का कार्यभार इनकी के पास पहुच जाए। यह तो जगजाहिर है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर केन्द्र सरकार फरीदाबाद को करोडो रूपये देने जा रहा हैं अब जब करोडों की बात होगी तो सभी इस प्रोजेक्ट से जुडना ही चाहेगे। बेशक कुछ सीटो पर केन्द्रीय मंत्री और केबिनट मंत्री में समझौता हो गया हो पर अधिकतम सीटों पर केन्द्रीय मंत्री और विधायिका के समर्थक ही छाए हुए हैं। अब जब इनके समर्थकों की अधिकता अधिक होगी तो निगम महापौर भी इन्ही का होगा और स्मार्ट सिटी का कोई भी पहुल इनकी पहुच से बाहर नही रह पायेगा।