दिल्ली/हरियाणा/ एनसीआर। अभी हालफिलहाल में दिल्ली-फरीदाबाद से सटे हुए एक बिल्डर कंपनी द्वारा पुलिस प्रशासन को एक पुलिस वैन तोहफे में देकर शहर में अपनी छवि बेदाग करने की कोशिश में की जा रही है,परन्तु वह भूल गए कि यदि उनकी कार्यशैली को अपराधिक श्रेणी में रखी जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नही होगी। वजह साफ हैं कि अपने निवेशकों से रूपयें लेकर उन्हे फ्लैट की पोजीशन ना देना और साथ ही लोगो को गुमराह कर अपने प्रोजेक्ट के बहाने रूपये लेना इनकी आदत में शुमार हैं। इतना ही नही यदि कोई व्यक्ति इस बाबत इनकी कंपनी में पहुच जाता है तो वहा उन्हे बहलाकर भगा दिया जाता रहा हैं। अब अफसोस इस बात का हैं कि दिल्ली-फरीदाबाद से सटे हुए इस बिल्डर कंपनी के मालिक पर धोखाधडी और जालसाजी के मामले पंजी$कृत होने के बावजूद भी वह आज भी शहर में सरेआम खुले घूम रहे हैं। साथ ही बडी हैरानी की बात तो यह भी हैं इतना होने के बावजूद भी बाद भी शहर के बडे नेताओंं में शुमार कुछ लोगों के करीबी माने जा रहे है और उनके सभी कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिती दर्ज करवाने से गुरेज नही बररते। काफी लोगों को निवेश हडपने वाले यह बिल्डर अब पुलिस प्रशासन को पुलिस वैन देकर अपनी छवि तो साफ करने में लगे हुए है पर समाजिक तौर पर आज भी वह दागदार हैं।