*हरियाणा फार्मेसी काउंसिल चेयरमैन धनेश अदलखा का दलाल विजिलेंस ने कर लिया गिरफ्तार*
*धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल के खिलाफ हरियाणा विजिलेंस ने दर्ज किया केस*
*काउंसिल के रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा पर भी दर्ज हो गया मामला*
पंचकूला। हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल में लाखों रुपए रिश्वत लेकर फार्मेसी लाइसेंस दिलवाने के मामले में हरियाणा विजिलेंस को बड़ी सफलता मिली है। विजिलेंस ने हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा, उप प्रधान सोहनलाल कंसल, रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में चेयरमैन धनेश अदलखा के लिए रिश्वत लेने के आरोपी दलाल सुभाष अरोड़ा निवासी विद्या नगर महम रोड भिवानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुभाष अरोड़ा ने धनेश अदलक्खा और सोहनलाल कंसल के लिए ₹65000 रिश्वत ली ₹30000 गूगल पर से और ₹35000 नगद लिए हरियाणा विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर सुभाष अरोड़ा को ₹35000 नगद लेते हुए गिरफ्तार कर लिया । हरियाणा विजिलेंस ने फार्मेसी काउंसिल हरियाणा के उप प्रधान और फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य सोहनलाल कंसल को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में अब धनेश अदलखा और राजकुमार वर्मा की गिरफ्तारी के लिए हरियाणा विजिलेंस ने छापेमारी शुरू कर दी है। मामले में हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के कुछ कर्मचारी भी रडार पर हैं बताया जाता है कि यह कर्मचारी भी रजिस्ट्रेशन के लिए पैसे ले रहे थे। फरीदाबाद, भिवानी, यमुनानगर और हिसार में इन तीनों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है । किसी भी समय इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। बताया जा रहा है कि धनेश अदलक्खा और राजकुमार वर्मा अंडर ग्राउंड हो गए हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए राजनैतिक शरण लेने की फिराक में है। हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल में पिछले लंबे समय से फार्मेसी रजिस्ट्रेशन के लिए लाखों रुपए रिश्वत ली जा चुकी है। इस मामले में काउंसिल के सदस्यों ने मिलकर मुख्यमंत्री को धनेश अदलक्खा और सोहनलाल कंसल के खिलाफ शिकायत दी थी, लेकिन उस समय ठोस सबूत ना होने के कारण इन पर कारवाई ना हो सकी। तब से ही मुख्यमंत्री के आदेश पर हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। विजिलेंस काफी समय से मौके की तलाश में थी। जैसे ही पुलिस को सत्यवान निवासी चरखी दादरी से शिकायत मिली, तो विजिलेंस ने ट्रैप लगाया और सुभाष अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि विजिलेंस के पास धनेश अदलक्खा, सोहनलाल कंसल और राजकुमार वर्मा की रिकॉर्डिंग भी हैं, जिसके आधार पर इन पर केस दर्ज किया गया है। इनकी गिरफ्तारी के बाद कई फर्जी रजिस्ट्रेशनों का भी खुलासा होगा।