फरीदाबाद। केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर भारी पड गए। अगर बात की जाए भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों की इसके तहत पार्टी के भीतर भाई-भतीजावाद पर विराम लगाने की बात कही गई थी परन्तु जिस तरह से नगर निगम फरीदाबाद महापौर चुनाव के अलावा पार्षद चुनाव टिकट वितरण की बात की जाए तो वहा केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सभी नियमों को ताक पर रख कर अपने सुपुत्र देवेन्द्र चौधरी को पार्षद चुनाव का टिकट ही नही दिलवाया बल्कि निगम का वरिष्ठ उपमहापौर भी बनवा दिया। टिकट वितरण के दौरान उनका दावा था कि देवेन्द्र चौधरी भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकत्ता है और काफी समय से पार्टी से जुडे हुए है परन्तु यदि प्रश्र सोचा जाए तो कुछ समय से ही पार्टी से जुडे हुए देवेन्द्र चौधरी के समक्ष अन्य उम्मीदवार भी उनसे अधिक अनुभव ही नही रखते थे बल्कि पार्टी के लिए बहुत वर्षो से अपना सब कुछ दांव पर रख चुके थे परन्तु उन्हे दरकिनार कर अपने सुपुत्र को टिकट ही नही दिया गया साथ ही निगम का वरिष्ठ उपमहापौर भी बनवा दिया। साथ ही पार्षद चुनाव में अपने ही समुदाय के अधिकतम लोगों को निगम पार्षद चुनाव में टिकट देकर शहर में चर्चा का विषय बने रहे । ऐसा नही है कि केन्द्रीय मंत्री की किसी बात से प्रदेश हाईकमान परिचित नही है परन्तु उसके बावजूद भी प्रदेश हाईकमान अपनी आंख मूंदे हुए हैं। अब जब मन की बात जो अक्सर प्रधानमंत्री अपने सम्बोधन में जनता से किया करते थे वह हकीकत में केन्द्रीय मंत्री $ने उसे अपनी मनमानी कर दिखाया। बडे अफसोस की बात हैं कि स्वच्छ भारत अभियान की बात करने वाले प्रधानमंत्री के खुद के ही सिपाही उनकी नीतियों पर पलीता लगाने में लगे हुए है और जिस तरह से निगम महापौर चुनाव में अपने सुपुत्र को एक अहम पद दिलवा दिया उसे एक शर्मशार राजनीति से कमंतर नही आंका जा सकता हैं।