अधिकारी कर रहे है अपनी मनमानी(पत्रकारों पर भी कहर)
फरीदाबाद। क्षेत्र का महिला थाना बेटी-बचाओं/बेटी-बचाओं अभियान पर पलीता लग रहा है। प्रदेश सरकार इस अभियान पर लाखों रूपयें फंूक कर लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है परन्तु सेक्टर-16 का महिला थाना और उसके अधिकारी इस अभियान पर एक सिरे से नकारते हुए सरकार की छवि को धूमिल कर रहे है। कुछ इस तरह का गुरूवार को मामला सेक्टर-16 महिला थानें में देखने को मिला जहां एक आठ वर्षीय पीडित बच्ची और उसके परिजन इंसाफ के लिए सघर्ष करते हुए दिखाई दिया। परिजनों का आरोप था कि बच्ची के बयान के वक्त कानूनी सलाहाकार को नही बुलाया गया और जानबूझ कर उसे परिजनों से अलग कर दिया गया। विरोध करने पर पुलिस हाथापाई पर उतर आई। इस मामलें में महिला पुलिस और अधिकारियों पर आरोप लग रहे है कि बुधवार देर रात तीन आरोपियों में से एक आरोपी को पुलिस के सुर्पद कर दिया गया था परन्तु उसके बावजूद भी मुकदता पंजीकृत करने में बहुत देर लग दी। खैर जो भी हो पर यह बात तयशुदा है कि महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाली हरियाणा पुलिस का एक नकरात्मक पहलु गुरूवार को सेक्टर-16 महिला थाने में देखने को मिला जहंा पुलिस मामले को दबाती हुई दिखाई ही नही दी बल्कि इस खबर को कवर करने वाले पत्रकारों को भी महिला अधिकारियों का कहर झेलना पडा।