र्पूव में सयुक्त निगमायुक्त भी बाउसर विवाद को लेकर विवादों में,सुरक्षा के नाम कितना जायज है अधिकारियों का बाउसर रखना
फरीदाबाद। निगमायुक्त सोनम गोयल द्वारा अपनी सुरक्षा के लिए निगम कार्यलय के बाहर एक महिला पुलिसकर्मी को रखे जाना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। चर्चा भी क्यों ना हो,आखिरकार प्रश्र है कि निगमायुक्त को आखिरकार किस से खतरा हो सकता हैं। आम जनता से जो कि अपनी समस्या के समाधान बाबत निगमायुक्त से मिला करते हैं या फिर उन लोगें से जो प्रदर्शन कर निगम अधिकारियों तक अपनी बात पहुचा रहे हैं। खैर कारण जो भी है पर सुरक्षा के नाम पर रखी गई महिला पुलिस अधिकारी लोगों को कौतुहल का कारण बनी हुई है। नगर निगम में सुरक्षा के लिए बाउसर की तैनाती कोई नही बात नही है,इससे पूर्व भी इस बात को लेकर सयुक्त आयुक्त आशिमा सांगवान ने अपनी सुरक्षा के लिए दो निजी बाउसर कार्यलय के बाहर बैठा दिए थे। जून माह में एक बाउसर पर किसी महिला से अभ्रद व्यवहार करने का आरोप भी लगा था। हांलाकि उस दौर में वर्तमान निगमायुक्त से महिला द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी कार्रवाही नही की गई थी। यही प्रश्र दोबारा जहन में है कि आखिरकार अधिकारियों को बाउसर रखने की जरूरत पड गई क्योकि अधिकारियों से वैसे भी जनता की दूरियों सदैव से जगजाहिर रही है और इस तरह बाउस की तैनाती के बाद यह दूरियों खाई बनाने का कार्य करेगी। निगमायुक्त सोनम गोयल के पीए दिलबाग सिंह के दिए गए बयान मुताबिक प्रदर्शनकारियों की उग्रता को देखते हुए महिला पुलिस की तैनाती की गई है। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से अब निगमायुक्त कार्यलय में एक बार में सिर्फ तीन व्यक्ति से ज्यादा लोग निगमायुक्त से नही मिल पायेगे।