नयी दिल्ली। मोदी भगाओ, किसान बचाओ, देश बचाओ तथा जब तक दुखी किसान रहेगा, धरती पर तूफान रहेगा। नयी दिल्ली विजय घाट के पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर भारतीय किसान यूनियन (अ) के आहवान पर आयोजित किसान स्वाभिमान रैली में आए देश के कोने-कोने से हजारों किसानों ने यह गगन भेदी नारे भाजपा की गूंगी बहरी केन्द्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए नारे लगाए। भारतीय किसान यूनियन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. ऋषिपाल अम्बावता ने किसान स्वाभिमान रैली में किसानों को संबोधित करते हुए केन्द्र में काबिज मोदी सरकार की जुमलेबाजी पर हमला बोलते हुए कहा आज से देश में मोदी भगाओ-देश बचाओ की अलख जगाने के लिए किसान चेतना चात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। उन्होने कहा 2 अक्टूबर से मोदी की झूठी, नाकारा और जुमलेबाज सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों को ठगने के अलावा कुछ नहीं किया। केन्द्र सरकार के 4 साल बीतने के बाद भी भाजपा सरकार ने किसान संगठनों की एक मांग तक नहीं मानी। देश का किसान दुखी और गरीबी भरा जीवन जीने को मजबूर है। उन्होने कहा विजयघाट दिल्ली से किसानों के सच्चे हितैशी नेता लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर हम सबसे ज्यादा झूठे नेता मोदी को सरकार से बेदखल करने का ऐलान करते हंै। श्री अम्बावता ने माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा लागू दो नए कानून भाई-बहन शादी कर सकते हैं और शादीशुदा औरत अपने पति को छोडकर किसी और से शादी कर सकती है को तुुगलकी फरमान बताया। उन्होने कहा यह संस्कृति भारत की नहीं है कि वह अपनी बहन को बुरी नजर से भी देखे तो फिर शादी तो बहुत दूर की बात है। यह विदेशों का कानून हो सकता है और विदेशों की ही परम्परा हो सकती है। वहां पति पत्नी का रिश्ता साल में कई बार टूटता और जुडता है मगर भारत में पति -पत्नी का रिश्ता पवित्र माना जाता है। इसलिए माननीय उच्चतम न्यायालय के इस कानून का पूरे देश के किसान विरोध करते हैं, और मांग करते हैं कि इस कानून को माननीय राष्ट्रपूति तुरंत प्रभाव से रद्द करें।
श्री अम्बावता ने कहा भाकियू के कार्यकर्ता पूरे देश में हैं जबकि देश के 12 प्रांतों में भाकियू अच्छी स्थिति में है। भाकियू के साथ देश के दर्जनों किसान संगठन हैं। किसानों की प्रमुख मागों के संबंध में उन्होने कहा देश का किसान तभी सुखी होगा जब वह कर्ज मुक्त होगा। इसलिए पूरे देश के किसान का कर्जा माफ हो, 2. स्वामी नाथन रिर्पाेट सीटू के आधार पर लागू हो। 3. किसान आयोग का गठन हो। 4. किसान को बिजली कनेक्शन मुफ्त और ऋृ ण पर सब्सीडी मिले। 5. पूरे देश के किसान को बुढापा पेंशन 5 हजार रूपये और बेरोजगार युवाओं को 10 हजार बेरोजगारी भत्ता मिले। उन्होने कहा भाकियू पिछले 21 वर्षों से पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाती आ रही है। उन्होने कहा प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश के किसान और आम जनता को केवल झूठे सपने दिखाकर ठग रहे हैं। उनकी यूनियन ने अनेक बार भाजपा से किसानों की मांगों को मानने के लिए पत्र लिखे, मगर केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने एक पत्र का जवाब भी नहीं दिया। उन्होने कहा मोदी ने लोकसभा चुनावों से पहले पूरे देश में मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और भुखमरी से निजात दिलाने के सपने देश की जनता को दिखाए थे। भाजपा ने किसानों को फसल का पूरा सर्मथन मूल्य और युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने का वायदा किया था। देश में विकास और प्रगति की बात की, मगर सब कुछ उल्टा किया। नोटबंदी ने देश की अर्थ व्यवस्था खराब कर दी। राफेल घोटाले से देश को अरबों रूपए का नुकसान हुआ। किसानों की एक भी मांग नहीं मानी और बेरोजगारी और मंहगाई ने देश की जनता को सडक पर ला दिया है। पैट्रोल, डीजल व गैस सिलेण्डर के दाम आसमान पर हैं। रैली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा देश को आज तक नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री नहीं मिला जो बात तो अच्छे दिन आने की करता है, मगर काम सारे देश को डुबोने के करता है। मोदी केवल देश की जनता को जाति-धर्म के नाम पर बांटकर राजनीति कर रहे हैं। वह प्रधानमंत्री तो पूरे देश की जनता के हैं लेकिन काम केवल चंद उद्योगपतियों के लिए कर रहे हैं। किसान स्वाभिमान रैली में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा आज किसान की हालत पहले से ज्यादा खराब है। किसान आत्म हत्याओं का आंकडा तेजी से बढ रहा है। किसानों को फसल का मुआबजा नहीं मिल रहा। लोकसभा चुनाव 2014 से पहले जो भाजपा के नेता पैट्रोल डीजल के दाम बढने पर अध्र नग्र होकर प्रदर्शन करते थे आज वह मंत्री बनकर चुप बैठे हैं। उन्होने कहा देश की जनता भाजपा के झूठे नेताओं को माफ नहीं करेगी और 2019 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से उतारकर फेंक देगी। उन्होने कहा किसान का भला कांग्रेस ने किया है और आगे भी सत्ता में आते ही किसान यूनियनों की मांगों को माना जाएगा। दिल्ली विजयघाट पर किसान रैली में पैंंथर्स पार्टी के चेयरमैन प्रो.भीम ङ्क्षसह, जहानाबाद के सासंद डॉ. अरूण कुमार, राष्ट्रीय समता पार्टी के अध्यक्ष अजय अलमत कुशवाह, भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव, राजकुमार पांडे, बलविन्द्र ङ्क्षसह बाजवा, चौ. बाली, हनीफ वारिश, राष्ट्रीय महासचिव रामपाल सिंह, ललित त्यागी, राष्ट्रीय सचिव योगेन्द्र राठी, सोरोन प्रधान, पुष्पा धनखड, मटरू नागर, राजेशा गौतम, चौ. कुंवर पाल सिंह, महिला प्रदेश अध्यक्ष शालिनी मेहता, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष शमशेर दहिया, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष बलवीर छिल्लर, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुरेश छिल्लर, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह बैहरू, पूर्वी यू.पी.अध्यक्ष रूपेश शुक्ला, मध्य यूपी अध्यक्ष लाल बहादुर यादव, पश्चिमी यूपी अध्यक्ष जग्गी पहलावन, उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष चौ. पदम सिंह, एम.पी. प्रदेश अध्यक्ष सुबोध पांडे, महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष रघुनाथ दादा पाटिल, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष रवि पटेल, तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष अनूराधा रेड्डी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष मौ. मुकीम अंसारी, आंध्र प्रदेश अध्यक्ष मुस्ताक वाजिद अली सहित पूूरे देश के भाकियू के जिला व मंडल अध्यक्षों ने किसानों से संबंधित समस्याएं और मांग रखी।