बल्लाभगढ.(Standard news on line news portal/manoj bhardwaj) । शहर में रणनीति के तहत किए जा रहे अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकामयाब सिद्ध हो रही है। असमाजिक तत्व पर पुलिस का खौफ बेमानी प्रतीत हो रहा है। अभी हालफिलहाल में पलवली गांव में गोली मार कर हुई पांच हत्याओं के मामले में पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी नही कर पाई थी कि गांव तिगांव में गोली मारकर एक और हत्या का मामला उजागर हुआ है। बताया जा रहा है कि मृतक प्रमोद उर्फ भीम(32 वर्ष) गांव भैंसरावली से ताल्लुकात रखता था तथा दूध का विक्रेता था। बुधवार को नियमित दिनचर्या की तरह मृतक प्रमोद दूध बेचने के लिए जैसे ही तिगांव स्थित एचडीफसी बैक के सामने से गुजरा तो घात लगाए हुए कुछ लोग जो कि पोलो कार में सवार थे उन्होने ताबडतोड फायरिग शुरू कर दी। इस फायरिग में तीन गोली प्रमोद को लगी और उसने मौके पर ही दम तोड दिया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से रफूचक्कर हो गए। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत के आधार पर गांव के ही पवन उर्फ हरिया,अंकित उर्फ बौना,अरूण उर्फ मेहरचंद सहित पांच के खिलाफ हत्या एंव शष्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी है। वही हत्या के पीछे पुरानी रङ्क्षजश बताई जा रही है। मृतके पिता धर्मवीर के मुताबिक प्रमोद का आरोपियों के साथ किसी बात को लेकर झगडा हुआ था परन्तु बीच-बचाव कर सभी का समझौता करवा दिया गया था। इस बात को लेकर प्रमोद बिल्कुल शांत हो गया था परन्तु आरोपी मौके की ताक में थे। दिनदहाडे इस हत्याकांड से गुस्साए ग्रामीणवासियों ने जाम लगा दिया । इतना ही नही जाम खुलवाने जब एसएचओ राधेश्याम वहा पहुचे तो लोगों ने उनके साथ हाथापाई कर अपनी भडास निकाली। साथ ही खबर प्रकाशित किए जाने तक सभी आरोपी फरार थे। पुलिस आयुक्त ने एसएचओ राधेश्याम को लाइन हाजिर कर दिया है तथा अपराधियों की पकड के लिए क्राइम बंाच ऊचा गांव व सेक्टर-65 की टीम को लगाया गया है।