फरीदाबाद। वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फरीदाबाद ने उच्चतर शिक्षा तथा कैरियर परामर्श के सबसे बड़े वेब पोर्टल कैरियर्स360 द्वारा आयोजित एक स्वतंत्र रेटिंग सर्वेक्षण में ‘एएएए’ रेटिंग प्राप्त करते हुए हरियाणा के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान के रूप जगह बनाई है। सर्वेक्षण में ‘हरियाणा में टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज 2016’ की श्रेणी में वाईएमसीए विश्वविद्यालय को ‘एएएए’ रेटिंग के साथ हरियाणा के नम्बर एक इंजीनियरिंग संस्थान के रूप में रैंक हासिल हुआ है जबकि दूसरे स्थान पर एनआईटी, कुरूक्षेत्र है। सर्वेक्षण की विस्तृत रिपोर्ट को कैरियर्स360 मैगजीन के नवीनतम अंक में प्रकाशित किया गया है। रेटिंग के लिए प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग संस्थानों को राष्ट्रीय व राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा के कट-आफ, मान्यता एवं पुरस्कार और एल्सवियर इनडेक्स डाटाबेस – स्कोपस में दर्ज प्रकाशित शोध पत्र जैसे मानदंडों के आधार परखा गया था। कैरियर्स360 द्वारा विगत वर्ष जारी रेटिंग में विश्वविद्यालय को ‘एएए़$’ रेटिंग मिली थी, जिसमें इस वर्ष सुधार हुआ है। सर्वेक्षण में देश के टॉप इंजीनियरिंग कालेज-2016 की श्रेणी में विश्वविद्यालय को ‘एएएए’ रेटिंग के साथ 35वां स्थान हासिल हुआ है। इस श्रेणी में देश के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थान भी शामिल हैं। इसी प्रकार, इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश के उत्कर्ष सरकारी विश्वविद्यालयों की श्रेणी में वाईएमसीए विश्वविद्यालय को ‘एएए़$’ रेटिंग हासिल हुई है।विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के लिए गौरव का विषय है और आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय को और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में विश्वविद्यालय का प्रयास रहेगा कि विश्वविद्यालय में शिक्षण, अध्ययन तथा शोध के स्तर में और अधिक गुणवत्ता लाई जाये ताकि विश्वविद्यालय को विश्व स्तर पर पहचान मिले। प्रो. कुमार ने विश्वविद्यालय की उपलब्धि का श्रेय संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों तथा कर्मचारियों को दिया है। कुलसचिव डॉ संजय कुमार शर्मा ने भी राज्य के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में वाईएमसीए विश्वविद्यालय को शीर्ष रैंकिंग हासिल करने पर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा एवं अनुसंधान की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है तथा सुधार के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे है।