फरीदाबाद। शहर में खाकी का कहर एक फिर एक युवक पर भारी पड गया। युवक को अपनी से हाथ धोकर इसका मूल्य चुकाना पडा। युवक की मौत जांच प्रथम क्षेणी न्यायाधीश राकेश ङ्क्षसह कर रहे हैं। हांलाकि पुलिस का दावा है कि युवक काफी समय से बीमार चल रहा था,जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। अब यह सच्चाई तो जांच के बाद ही पता चल पायेगी कि वास्तिवक्ता क्या हैं। जांच कर रहे न्यायाधीश ने मौत के कारणों का पता करने के लिए मृतक की तीन डाक्टरों के पैनल से बडी बारीकी से जांच करवाई है। वही परिजनों ने अभी पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाही की मांग नही की हैं। मालूम हो कि लूट के मामलें में पूछताछ के लिए मथुरा से प्रोडक्षन वांरट पर मृतक रवि को फरीदाबाद लाया गया था तथा इसी मामलें को लेकर बडख़ल सीआइए पुलिस की हिरासत में था। हांलाकि इस घटना का लेकर पुलिस का कहना था कि यह बीमारी से मौत का मामला हैं,जब आरोपी मथुरा जेल में था तब भी इसकी बीमारी का इलाज चल रहा था। फरीदाबाद लाने पर मृतक की तबीयत ज्यादा बिगड गई। मामले की न्यायिक जांच चल रही हैं। जल्द ही सच्चाई का खुलासा हो जायेगा। इस घटना से पूर्व भी सीआइए के कुछ मामलें शहर में बर्बरता के कारण चर्चा में थे,जिसमें प्रमुख तौर पर 11 मार्च 2013,24 जुलाई 2015 और 19 अगस्त 2015 का था।