फरीदाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती 2 अक्टूबर से केन्द्र में काबिज मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों को ठगने के अलावा कुछ नहीं किया। केन्द्र सरकार के 4 साल बीतने के बाद भी भाजपा सरकार ने किसान संगठनों की एक मांग तक नहीं मानी। देश का किसान दुखी और गरीबी भरा जीवन जीने को मजबूर है। दो अक्टूबर को पूरे देश के हजारों किसान नेता विजयघाट दिल्ली से किसानों के सच्चे हितैशी नेता शास्त्री जी की जयंती पर मोदी सरकार को भगाने का ऐलान कर देंगे। भाकियू पिछले 21 वर्षों से पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाती आ रही है। भारतीय किसान यूनियन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. ऋषिपाल अम्बावता ने उक्त शब्द प्रैस को जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से कहे। उन्होने कहा प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश के किसान और आम जनता को केवल झूठे सपने दिखाकर ठग रहे हैं। उनकी यूनियन ने अनेक बार भाजपा से किसानों की मांगों को मानने के लिए पत्र लिखे, मगर केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने एक पत्र का जवाब भी नहीं दिया। उन्होने कहा मोदी ने लोकसभा चुनावों से पहले पूरे देश में मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और भुखमरी से निजात दिलाने के सपने देश की जनता को दिखाए थे। भाजपा ने किसानों को फसल का पूरा सर्मथन मूल्य और युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने का वायदा किया था। देश में विकास और प्रगति की बात की मगर सब कुछ उल्टा किया। नोटबंदी ने देश की अर्थ व्यवस्था खराब कर दी। राफेल घोटाले से देश को अरबों रूपए का नुकसान हुआ। किसानों की एक भी मांग नहीं मानी और बेरोजगारी और मंहगाई ने देश की जनता को सडक पर ला दिया है। पैट्रोल, डीजल व गैस सिलेण्डर के दाम आसमान पर हैं।
श्री अम्बावता ने कहा आज किसान की हालत पहले से ज्यादा खराब है। किसान आत्म हत्याओं का आंकडा तेजी से बढ रहा है। किसानों को फसल का मुआबजा नहीं मिल रहा। फसलों के खराब होने पर भी अधिकारी सुध नहीं ले रहे। मंडियों में किसान के माल को कौडियों के भाव लिया जा रहा है, और बिचौलियों ने किसान की नाक में दम कर रखा है। उन्होने कहा दो अक्टूबर को दिल्ली विजयघाट पर आयोजित होने वाली किसान स्वाभिमान रैली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं उडीसा के दलित नेता भजमन बेडा, कांग्रेस राज्यसभा सांसद राज बब्बर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव और किसान नेता दादा रघुनाथ पाटिल, पैंंथर्स पार्टी के चेयरमैन प्रो. भीम ङ्क्षसह, किसान नेता वी.एम. सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल, सहित हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, यू.पी., उत्तराखण्ड, एम.पी., महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, झारखण्ड, बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक सहित 20 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष व किसान नेता मौजूद होंगे। श्री अम्बावता ने कहा भाकियू के कार्यकर्ता पूरे देश में हैं जबकि देश के 12 प्रांतों में भाकियू अच्छी स्थिति में है। भाकियू के साथ देश के दर्जनों किसान संगठन हैं, और जो नेता किसानों की लडाई लडने के नाम पर कोरी राजनीति कर रहे हैं, उनसे भाकियू का कोई नाता नहीं है। किसानों की प्रमुख मागों के संबंध में श्री अम्बावता ने कहा देश का किसान तभी सुखी होगा, जब वह कर्ज मुक्त होगा। इसलिए पूरे देश के किसान का कर्जा माफ हो, 2. स्वामी नाथन रिर्पाेट लागू हो। 3. किसान आयोग का गठन हो। 4. किसान को बिजली कनेक्शन मुफ्त मिले और ऋृ ण पर सब्सीडी मिले। 5. पूरे देश के किसान को बुढापा पेंशन 25 सौ रूपये मिले। उन्होने कहा किसान स्वाभिमान रैली के ऐलान के बाद भाकियू पूरे देश में किसान चेतना यात्राओं के माध्यम से किसानों को भाजपा की कारगुजारियों की जानकारी देंगे और पूरे देश में किसानों को जागरूक करेंगे।