फरीदाबाद। निगम चुनाव में पूर्व मंत्री के परिवार की हार ने उनकी विरासत पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया है। अगर कहा जाए कि विरासत खतरे में दिखाई दे रही है तो इसमें कोई दो राय नही होगा क्योकि माना यह जा रहा था कि पूर्व मंत्री शिवचरणलाल शर्मा के परिवार के लोगो को उम्मीद थी कि अपनी विधानसभा में करवाए गए विकास कार्यो की बदौलत वह आसानी से निगम चुनाव में जीत दर्ज करवा लेगे परन्तु जनता ने उन्हे एक सिरे से नकार दिया। जो अपने आप में हैरानी का विषय हैं। अब जब निगम चुनाव में पूर्व मंत्री के परिवार वाले अपनी सीट यहा से नही निकाल पाए तो अनुमान यह लगाया जा रहा है कि उनकी विरासत डावाडोल हो चुकी है। इस विधानसभा से पडित शिवचरण लाल शर्मा का विधायक बनना किसी करिश्माई जादू से कम नही था, उन्होने अपने सभी प्रतिद्ववद्वियों को धूल चटा कर समाज के समक्ष एक मिसला कायम कर दी थी परन्तु इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लहर में वह अपना करिश्माई जादू दोबरा दोहरा नही पाए पर माना यह जा रहा था कि उनके द्वारा इस विधानसभा में विकास कार्यो की बदौलत उनके परिवार वाले निगम चुनाव मे जीत का परचम लहरायेगे। परन्तु जिस तरह से जनता ने उनके परिवार को नकार दिया है उस बात तो प्रमाणित हो चुकी है कि लोगो के जहन में जो छवि पूर्व मंत्री ही वह उनके परिवार के सदस्य से भिन्न हैं।