फरीदाबाद। तिगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने उनके भाई महेश नागर के कार्यालय पर ईडी द्वारा की गई छापेमारी को पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार उन्हें व उनके परिवार को बदनाम करने के लिए इस प्रकार की छापेमारी करवा रही है, लेकिन ऐसी कार्यवाहियों से वह कतई डरने वाले नहीं है और आगे भी भाजपा सरकार की नाकामियों को जनता के समक्ष उजागर करते रहेंगे। श्री नागर ईडी जांच के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके भाई के कार्यालय पर आज डाले गए छापे में राजनैतिक बू साफ नजर आती है क्योंकि ईडी को भाजपा सरकार में बैठे बड़े नेताओं द्वारा कमाई जा रही अनाप शनाप आकूत दौलत दिखाई नहीं देती, उनके निशाने पर तो केवल वह लोग है, जो जनता की आवाज को बुलंद करने का काम कर रहे है इसलिए वह ऐसी छापेमारी से डरने वाले नहीं है क्योंकि ऐसी एक छापेमारी लगभग छह महीने पहले उनके निवास पर की गई थी, जिसमें ईडी को कुछ हासिल नहीं किया। श्री नागर ने कहा कि यह सब उन्हें भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है, लेकिन वह जनता की आवाज को आगे भी उठाते रहेंगेे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में आज तक कोई भी गलत कार्य नहीं किया है और न ही उनके भाई महेश नागर किसी भी गलत कार्य में संलिप्त है, इस बात का प्रमाण इससे मिलता है कि सुबह 11 बजे से सांय 5 बजे तक ईडी के अधिकारियों द्वारा की गई जांच में उन्हें उनके कार्यालय से न तो कोई जमीनी से संबंधित कागजात ही मिले है और न ही कोई सोना-चांदी जेवरात व नगदी उन्हें मिली है। विधायक ललित नागर ने अपने समर्थकों को आश्वस्त किया है कि वह किसी भी दबाव में आने वाले नहीं है तथा वह पूर्व की भांति जनहित से जुडे मुद्दों को सडक़ से लेकर विधानसभा तक उठाते रहेेंगे बल्कि इस आंदोलन रूपी संघर्ष की धार को और अधिक तेज किया जाएगा।