फरीदाबाद। सेक्टर-16 स्थित महिला थानें में बच्ची के परिजनों ने उचित कार्रवाही ना होने के चलते जमकर बवाल काटा। आरोप था कि पुलिस पीडित बच्ची पर दवाब देकर मामला दबा रही है। जबकि पुलिस का कहना था कि मामला पंजीकृत किया जा चुका है तथा उचित कानूनी कार्रवाही की जा रही है। हांलाकि तीन आरोपियों में से एक आरोपी को बच्ची के परिजनों ने रात्रि में पकडकर पुलिस के सुर्पद कर दिया था जबकि दो अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए। जबकि मुकदमा केवल एक ही आरोपी के खिलाफ पंजीकृत है। मामला यह था कि बुधवार रात्रि फरीदाबाद खेडी पुल थाना क्षेत्र के नहर किनारे बसी झुग्गियों में पीडित आठ वर्षीय बच्ची अपनी नानी के साथ सो रही थी। सोते हुए ही पडोस के तीन युवक उसे उठा कर साथ लगती झाडियों में ले गए था उनके द्वारा उसके साथ दुष्कर्म का करने का प्रयास किया जाने लगा। बच्ची के गायब होने के बाद जब उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो वह उनको झाडियों में बेहोश अवस्था में मिली। इतना ही नही परिजनों ने बताया कि एक युवक आपत्तिजनक हालत मेंं मिला। जिसे परिजनों ने पकड कर बुधवार देर रात में ही पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि दो आरोपी मौके से भाग गए। परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने लापरवाही बररते हुए 12 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी के खिलाफ मुकदजा पंजीकृत नही किया। साथ ही पुलिस उनकी पीडित बच्ची को अकेले कमरे में ले गई तथा उसके परिजनों को बाहर कर दिया। परिवार वालों का यह भी आरोप था कि पुलिस आठ वर्षीय पीडित बच्ची पर दवाब बनाकर केस को दबाना चाहती है इसलिए बच्ची की मॉ को भी अंदर नही आने दिया गया। जिससे गुस्साए परिजनों ने महिला थाने में हंगाम कर दिया तथा इस बीच उनके और कुछ महिला पुलिस के बीच गहमागहमी हो गई। आरोप यह भी लगाया गया है कि पुलिस ने कानूनी सलाहाकर को बिना बुलाए बच्ची के बयान दर्ज ही नही किया बल्कि मैडिकल भी नही करवाया। बाद में दवाब बढ जाने के बाद पुलिस ने आनन फानन में मुकदजा पंजीकृत कर बच्ची को मैडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया।