फरीदाबाद। फरीदाबाद नगर निगम में निगम मुख्यालय पर पिछले 42 दिनों से चल रहे भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को उस समय भारी बल मिला जब अखिल भारतीय वैदिक राम राज्य सभा के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के गुरू आचार्य सत्यप्रिय और गुरूकुल इन्द्रप्रस्थ फरीदाबाद के प्राचार्य ऋषिपाल पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन कर रहे बाबा रामकेवल और 42 दिनों से सत्याग्रह कर रहे सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डा. ब्रहमदत्त पदमश्री व निगम अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला का समर्थन करने अनशन स्थल पर पहुंचे। इन दोनों संतों ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश की जनता ने वर्तमान शासकों को भ्रष्टाचार सहित अन्य बुराईयों को दूर करने के लिए चुना था, लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। जो लोग भ्रष्टाचार के विरोध में आवाज उठा रहे हैं उन्हें ही कुचलने की कार्यवाही हो रही है। उन्होंने कहा कि शासकों का यह कृत्य वैदिक दृष्टि से सही नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारयुक्त शासन लोगों को खुशहाली नहीं दे सकता, अत: भ्रष्टाचार मुक्त शासन के लिए जन जागरण किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी लोग भ्रष्टाचार को दूर नहीं कर सकता इसलिये ईमानदार लोगों को शासन, प्रशासन व जनता के द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी की कि यदि प्रजातंत्र को गला घोंट कर के फरीदाबाद में चलाए जा रहे जनहित के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया और आमरण अनशन कर रहे अनशनकारी बाबा रामकेवल के साथ कुछ अनहोनी हुई तो संत समाज चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री को कहा कि बिना कोई देर किये आंदोलनकारियों से बातचीत के माध्यम से इनकी मांगों को पूरा करें, अन्यथा यह आंदोलन तेजी पकड़ेगा और संत समाज इस आंदोलन का पुरजोर समर्थन करेगा। भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी सदस्य डा. आलोकदीप ने अपने सम्बोधन में कहा कि वह भाजपा नेता से पहले एक महिला है, एक आचार्य है और देशभक्त है, लेकिन पहले 42 दिनों तक सत्याग्रह और फिर एक संत के द्वारा भ्रष्टाचार की जांच के लिए आमरण अनशन देखकर उनका खून खोल उठा है। उन्होंने सरकार से जोरदार मांग की कि तुरंत एस.आई.टी. का गठन कर घोटालों की जांच करवाई जाए और बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान किया जाए। प्रख्यात शिक्षाविद व समाज सेवी प्रो. एम.पी. सिंह ने निगम अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला के द्वारा उठाए गए बहुत बड़े बहादुरीपूर्ण कदम को एक क्रांतिकारी कदम बताया, जिसके परिणामस्वरूप उनकी जान व नौकरी तक को खतरा हो सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनके द्वारा शुरू किया गया भ्रष्टाचार विरोधी यह आंदोलन फरीदाबाद के इतिहास में अविस्मरणीय रहेगा। आपकी अपनी अधिकारी पार्टी के नेता देशराज सिंह राणा, सत्यप्रकाश, उदयवीर नागर,, मनीष प्रसाद, वोटर्स पार्टी के नेता सही राम रावत व विजेन्द्र सिंह डागर ने अपनी अपनी पार्टियों की ओर से आंदोलन का पुरजोर समर्थन व्यक्त किया। समाज सेवी, मनोज बंसल, वरूण श्योकंद, आकश हंस, कृष्ण सिंह प्रबोद चंद संगारी सहित अनेकों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह पर उपस्थित नागरिकों को सम्बोधित किया।