फरीदाबाद। लांयस क्लबस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक 321 ए-1 आई एंड आर्गेन डोनेशन के डिस्ट्रिक चेयरमैन लॉयन आर.के. चिलाना ने कहा है कि 13 अगस्त का दिन भारत में आर्गेन डोनेशन दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष देश में करीब 5 लाख लोग आर्गेन फेल होने से मौत के आगोश में सो जाते है, अगर हम सभी मिलकर संकल्प लें तो आर्गेन फेल होने से होने वाली मौतों को रोक सकते है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति द्वारा आर्गेन डोनेट करने से आठ व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है इसलिए हम सभी को ऐसी मुहिम चलानी होगी ताकि लोग इसके प्रति अधिक से अधिक जागरूक हो। यहां जारी एक प्रेस बयान में लॉयन आर.के. चिलाना ने कहा कि मनुष्य के ब्रेन डैड होने पर ही आर्गेन ट्रांसप्लांट किए जा सकते है। हमारे देश में अभी तक केवल रिश्तेदार ही बड़ी मुश्किल से आर्गेन दान करते है, जबकि दूसरे लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां के चलते वह आर्गेन दान नहीं करते, जबकि आज आवश्यकता है हम सभी को पुरानी भ्रांतियां को दूर करके आर्गेन डोनेट करने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने स्वयं अपने परिवार के सात सदस्यों सहित आर्गेन डोनेट करने का फार्म भरा था और छह माह के दौरान उन्होंने जागरूकता अभियान चलाते हुए 106 लोगों के आर्गेन डोनेट करने के फार्म भरवाए। उन्होंने कहा कि आज हमारे समाज को जरूरत है कि वह एक दूसरे की मदद के लिए आगे आए और मरने के उपरांत आर्गेन दान करके दूसरे मनुष्य के शरीर में जिंदा रहकर एक मिसाल कायम करें क्योंकि आर्गेन डोनेट करने से बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है। उन्होंने अब तक आर्गेन डोनेट करने वाले लोगों का आभार जताते हुए कहा कि 13 अगस्त का दिन हमारे देश में ऐतिहासिक मानवता दिवस के रूप में मनाया जाता है और हम सभी को इस मुहिम में अपना सहयोग करना चाहिए। उन्होंने शहर के लोगों एवं सामाजिक संस्थाओं से आह्वान करते हुए कहा कि अगर एक मनुष्य के आर्गेन डोनेट करने से आठ लोगों की जान बचती है तो हम सभी को मानवता के ऐसे कार्य में अपना बढ़चढक़र योगदान देना चाहिए ताकि हमारे देश में आर्गेन फेल होने से होने वाली मौतों का ग्राफ कम हो सके।