फरीदाबाद। पृथला विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी नयनपाल रावत अपनी जीत का एक तरफा दावा कर रहे है। उनका कहना है कि यहा की जनता उन्हे जीता कर विधानसभा अवश्य पहुचायेगी। उनका यह दावा उस वक्त और मजबूत हो गया जब जजपा से पृथला प्रत्याशी शशिबाला तेवतिया ने उन्हे एक तरफा समर्थन देते हुए उनकी जीत के लिए शुभ आशीष दी। पर राजनीतिक गलियारों में यह बात अब चर्चा का विषय बन चुकी है कि निर्दलीय प्रत्याशी अति उत्साहित और अत्याधिक आत्मबल से लबोलब है और जिस तरह उनके द्वारा जीत का दावा किया जा रहा है वह अपने अपनी जीत पर जरूरत से अधिक भरोसा जता रहे है। दो बार यहा से प्रत्याशी के तौर पर वह अपनी सीट गंवा चुके है और उनके द्वारा अपने राजनीतिक अनुभव के साथ शशिबाला तेवतिया के अनुभव को वह जीत का कं्रेद बिंदु बताया जा रहा है। राजनीति के जानकारों का एकमत यह भी है नयनपाल रावत अपने राजनीतिक अनुभव के आधार पर एक तरफा जीत का जो दावे कर रहे है उन पर पूर्व कांग्रेसी विधायक रघुवीर तेवतिया का लंबा राजनीतिक अनुभव भारी प्रतीत हो रहा है। क्योकि पूर्व विधायक रघुवीर तेवतिया यहा से विधायक रह चुके है और यहा के क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पकड भी है। अपने राजनीतिक अनुभव की एक लंबी पारी खेल चुके कांग्रेस प्रत्याशी रघुवीर तेवतिया इस बार पृथला क्षेत्र से पुन:चुनाव समर में कूद पडे है। जिसका सीधा तौर पर नुक्षान नयनपाल रावत को होगा क्योकि गैर-भाजपा वोट पर कांग्रेस सेध जरूर लगायेगी। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीवार सोहनपाल छोकर भी मैदान में है। वह खुद ठाकुर समाज से ताल्लुकात रखते है और इसलिए निर्दलीय उम्मीदवार नयनपाल के ठाकुर वोटर पर सेध जरूर लगेगी। इसके अलावा भाजपा का अपना एक वोट बैक निश्चित उनको ही वोट डालता है जो भाजपा प्रत्याशी के लिए प्लस का कार्य करेगा। इसलिए निर्दलीय प्रत्याशी नयनपाल रावत का एक तरफा जीत का दावा पूर्ण रूप से प्रत्यक्ष नही दिखाई दे रहा है।