फरीदाबाद। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने पंछी, मनुष्य व पर्यावरण को एक दूसरे का सम्पूरक बताते हुए कहा कि ये तीनों एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और अगर कहीं पर्यावरण बिगड़ा तो पंछी तो बचेंगे ही नही मनुष्य का भी धरा पर जीना दुश्वार हो जायेगा। मनुष्य की जिम्मेदारी है कि वह पर्यावरण को बचाने के साथ -साथ पंछियों की जान बचाने का काम करे। अत: हम सभी को पक्षियों को बचाने का से ही प्रण लेना होगा। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री भारत सरकार श्रीमती मेनका गांधी यहां नवचेतना ट्रस्ट फरीदाबाद के सौजन्य से शुरू किए गए प्रोजेक्ट पंछी कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन करने उपरांत फरीदाबाद नगर निगम सभागार में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थी। श्रीमती गांधी ने दीप शिखा प्रज्जवलित करके समारोह का शुभारंभ किया।समारोह में इस ट्रस्ट के संरक्षक एवं हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल के अलावा विधायक मूलचंद शर्मा व टेकचंद शर्मा, भाजपा के प्रदेश मीडिय़ा प्रभारी सूरजपाल अम्मू, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश नागर, नरेन्द्र गुप्ता, ट्रस्ट के चेयरमैन डा. प्रशांत भल्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, महापौर सुमन बाला, उपमहापौर मनमोहन गर्ग, उपायुक्त समीरपाल सरो, पुलिस आयुक्त डा. हनीफ कुरैशी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।श्रीमती मेनका गांधी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज अधिक से अधिक फलदार पौधे लगाने की जरूरत है ताकि पक्षी फलाहार करके स्वस्थ और लम्बा जीवन जी सकें। पटाखा व आतिशबाजी आदि के भारी शोर-शराबे व चिंगारियों की वजह से पेड़ों पर आश्रय लिए पंछी या तो दूर उडक़र पलायन कर जाते हैं या फिर अकाल मौत का शिकार हो जाते है। ऐसे दुखद हादसे दीवाली व दशहरा जैसे त्यौहारों के मौके पर अधिक देखने को मिलते है। अत: पटाखा इत्यादि घरों में नहीं बल्कि एक साथ खुले अथवा पौधारहित मैदान में ही छुड़ाने चाहिए।उन्होंने कहा कि हमें पक्षियों की सुरक्षा के हित में नीम, बरगद, शहतूत, सेमल, गूलर, तूत, जामुन, आम व कचनार जैसे फलदार पौधे लगाने चाहिए और अशोका, अलसटोनिया रबड़ व पैनोफोरम जैसे पौधे नहीं लगाने चाहिए। मंत्री श्रीमती मेनका गांधी ने कहा कि हम अपनी छत पर या घर के बाहर पक्षियों के पीने के लिए बर्तनों में पानी भरकर रखें और मौसम के अनुसार अनाज के दाने बिखेर कर रखें तो पक्षियों की चहचाहट व संरक्षण को सुनिश्चित कर सकते है।कार्यक्रम के आयोजक एवं ट्रस्ट के संरक्षक व हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने श्रीमती मेनका गांधी का स्वागत व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट पंछी की मुहिम पक्षियों के हित में मानवता से जुड़ी है। पशु पक्षियों को आज खुले में केवल कंकरीट के जंगल ही दिखाई देते हैं और वे भोजन व जल की तलाश में भटकने को मजबूर हो गए है। यदि हम सभी पक्षियों की सुरक्षा का प्रण ले तो हमारी सुबह एक बार फिर मुर्गें की बांग और चिडिय़ों की चहचाहट से भरी होगी। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद हलके के ग्राम बुढ़ैना में पशु-पक्षियों के उपचार हेतु अस्पताल बनाया जा रहा है और इस बार फिर से उनकी ट्रस्ट द्वारा फरीदाबाद लगभग ढाई लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिनमें अधिकांश फलदार होगें। विपुल गोयल ने मुख्य अतिथि श्रीमती मेनका गांधी को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया। इस मौके पर श्री गोयल ने आए हुए लोगों को पक्षियों की सुरक्षा की शपथ दिलवाई। नवचेतना ट्रस्ट के चेयरमैन डा. प्रशांत भल्ला ने भी मुख्य अतिथि का स्वागत व्यक्त करते हुए ट्रस्ट की ओर से इस प्रकार के कल्याणकारी, रचनात्मक, पंछी सुरक्षा व समाजसेवा के कार्यों में हमेशा बढ़-चढक़र सहयोग देने का आश्वासन दिया।समारोह में एफआईए के प्रधान नवदीप चावला, संरक्षक के.सी. लखानी, पूर्व प्रधान सजन जैन, उद्यमी शम्मी कपूर, एडवोकेट प्रकाशवीर नागर, एच.एस. बांगा, राजीव चावला, जे.पी. गुप्ता, स्व. बनारसी दास गुप्ता फाउण्डेशन के चेयरमैन अजय गुप्ता, महासचिव दर्शना गुप्ता, भाजपा नेता अमन गोयल, साहिल अरोड़ा, विजय शर्मा, कमल जख्मी, पार्षद छत्रपाल, पीपल फार एनीमल संस्था की नोएड़ा जिलाध्यक्ष कु.जयश्री, फरीदाबाद जिला महासचिव जयप्रकाश भारद्वाज तथा संस्था की सदस्या प्रीति दूबे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।