फरीदाबाद। पार्षद जितेन्द्र यादव(बिल्लू पहलवान) और ब्राहण महापचांयत की जंग का ऐलान सीधे तौर पर एक दूसरे के समक्ष सघर्ष के तौर पर विकराल रूप धारण किए खडा हो गया हैं। जहां अभी हालफिलहाल में हुई ब्राहण महापंचायत जिसे वार्ड-22 क्षेत्र में बिल्लू पहलवान की गुडागर्दी से रोकने की कवायद से जोड कर देखा जा रहा हैं वही पार्षद बिल्लू पहलवान ने इस महापंचायत को जातिवाद का रंग देने की बात कह उनके खिलाफ साजिश बताई हैं। बकायदा इसके लिए बिल्लू पहलवान ने एक निजी होटल में प्रेस वार्ता कर अपने उपर लगाए गए आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया । उनका दावा था कि विपक्ष अविनेश शर्मा जो विगत् चुनावों से लेकर हालफिलहाल में हुए पार्षद चुनाव में उन्हे चुनावी पटकनी देने में नाकामयब रहा उसने इसकी खीज उतारने के लिए उसके लोगों से मारपीट की थी बल्कि उनके रूपयें भी उनसे छीन लिए। साथ ही उन्होने यह आरोप भी मढ दिया कि इस बात को जानबूझ कर जातिवाद से जोड दिया गया ताकि वह अपने गुनाह पर पर्दा डाल सके और इस कार्य में कुछ बीजेपी के विधायक और वह बाहरी विधायक जो बीजेपी के समर्थन का दावा करते आए वह शामिल हैं। उनका दावा था कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की धांधली नही हुई जबकि केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम इस बात में जानबूझ कर घसीटा जा रहा हैं। बिल्लू पहलवान ने कांग्रेस के एक पूर्व केबिनट मंत्री पर भी इस बात को शह देने का आरोप लगा दिया। जबकि महापंचायत का कहना था कि पार्षद बिल्लू पहलवान की गुंडागर्दी यह क्षेत्र आतंकित है और पार्षद चुनाव में केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की मदद से मतगणना में हेराफेरी कर जिताया गया है। महापंचायत ने फैसला लिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में केद्रीय मंत्री का बहिस्कार किया जायेगा। महापंचायत में अविनेश शर्मा ने अपनी बात रखते हुए बताया कि किस तरह से प्रशासन की मिलीभगत से बिल्लु को जीताया गया और साथ ही जब उसके अवैध पानी के टैंकर को इस क्षेत्र में आने से मना किया तो उनके समर्थकों से मारपीट कर उल्टे उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। इतना ही नही बिल्लू पहलवान और उनके परिवार के कुछ सदस्य ने पुलिस के साथ मिलकर उनके घर की महिलाओं से अभ्रद व्यवहार ही नही किया बल्कि घर के दरवाजे तोडकर मारपीट भी की। महापंचायत ने ऐलान किया कि न्याय के लिए 31 सदस्यीय वाली कमेटी का गठन किया जायेगा और उसमें 36 बिरादरियों को शामिल कर मुख्यमंत्री से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की जायेगी।