फरीदाबाद। नगर निगम मुख्यालय पर पिछले 10 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे कर्मचारियों को आज तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर, पूर्वमंत्री पं. शिवचरण लाल शर्मा व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव कुमारी शारदा राठौर सहित अन्य कांग्रेसियों ने धरना स्थल पर पहुुंचकर उन्हें कांग्रेस पार्टी से समर्थन देते हुए उनकी सभी मांगों को जायज करार देते हुए कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि उनके इस आंदोलन में वह कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करेंगे। धरने की अध्यक्षता कर्मचारी नेता गुरुचरण खांडिया ने की। इस दौरान धरने पर मौजूद कांग्रेसी नेताओं व कर्मचारियों ने मनोहर लाल खट्टर मुर्दाबाद, कविता जैन मुर्दाबाद, भाजपा सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया। धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने मनोहर सरकार को कर्मचारी विरोधी सरकार करार देते हुए कहा कि चुनावों के दौरान कर्मचारियों के हितों की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली भाजपा सत्ता में आते ही अपने वायदों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि कर्मचारी ऐसा वर्ग है, जो लोगों को गंदगी से मुक्ति दिलाते है वहीं कई बार साफ-सफाई के दौरान इनकी जान भी चली जाती है और भाजपा सरकार की लापरवाही का आलम यह है कि इन लोगों को भी अपनी मांगों को लेकर धरना देने को मजबूर होना पड़ रहा है, इससे शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि वह यहां नेता के तौर पर नहीं बल्कि कर्मचारी के बेटे के तौर पर आए है, उनके पिता ने भी कर्मचारियों की मांगों को लेकर संघर्ष किया था। श्री नागर ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कथित दलित प्रेम पर तंज कसते हुए कहा कि मंत्री जी टिकावली में जाकर दलित के यहां रात्रि प्रवास करते है, जबकि पिछले दस दिनों से ये कर्मचारी तपती गर्मी, लू व आंधी-तूफान में धरना दे रहे है, आज तक इनकी सुध भाजपा के किसी मंत्री व विधायक ने नहीं ली है। आखिरकार अब मंत्री जी का दलित प्रेम कहां चला गया? उन्होंने कहा कि 2012 में तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा सरकार ने 1500 कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया था और 2013 में ठेकेदार प्रथा को समाप्त करने का प्रस्ताव पास किया था परंतु 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस प्रस्ताव को रोक दिया गया। श्री नागर ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि उनकी मांगों को लेकर वह हर स्तर पर उनकी लड़ाई लड़ेंगे और जरुरत पड़ी तो विधानसभा पटल पर भी उनकी आवाज उठाकर भाजपा की गूंगी बहरी सरकार को जगाने का काम करेंगे। वहीं धरने को संबोधित करते हुए पूर्वमंत्री पं. शिवचरण लाल शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है, नगर निगम के कर्मचारी अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है परंतु सरकार इनकी कोई सुध नहीं ले रही है। इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी सरकार है। वहीं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव कुमारी शारदा राठौर ने कहा कि कर्मचारियों की मांगें जायज है और इन सभी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार ने वायदा भी किया था, लेकिन सरकार अपने वायदे को भूल गई है। उन्होंने कहा कि आज जब शहर में चारों तरफ गंदगी के ढ़ेर लगे हुए तो भाजपा का सफाई अभियान कहां गया, जो भाजपा नेता फोटो खिंचवाने के लिए हाथों में झाडू लेकर खड़े हो जाते थे आज फरीदाबाद को स्वच्छ बनाने के लिए पीछे क्यों है। नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बलवीर बालगुहेर ने सभी कांग्रेसजनों का आभार जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार को बने 42 महीने बीत चुके है परंतु यह ऐसी पहली सरकार है, जिसमें कर्मचारियों का सबसे ज्यादा शोषण किया जा रहा है। इस सरकार में कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने ऐलान किया कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा और इस हड़ताल के दौरान शहर में गंदगी से कोई महामारी फैलती है तो इसके लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार जिम्मेदार होगी। इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष गुलशन बगगा, पूर्व पार्षद योगेश ढींगड़ा, लखन सिंगला, वेदपाल दायमा, होरेलाल, कृपाल वाल्मीकि, सोमपाल, श्रीचंद ढकोलिया, नानकचंद खेरालिया, प्रेमपाल सहित अनेकों कर्मचारी नेता मौजूद थे।