फरीदाबाद। प्रोजक्ट पंछी का शुभारंभ केन्द्रीय महिला एंव विकास मंत्री मेनका गांधी ने अपने कर कमलों द्वारा कर केबिनट मंत्री विपुल गोयल को बधाई देकर कर दिया परन्तु अभी भी प्रोजक्ट पंछी की सफलता पर संशय की स्थिती बनी हुई हैं। जहां इस कार्यक्रम से एक और केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किनारा कर लिया वही ससंदीय सचिव सीमा त्रिखा वहा नदारत रही। खैर जो भी हो जब इस विषय को लेकर दोनो से बात की गई तो मंत्री के एक निकटतम ने फोन पर उनके खराब ने उनके खराब स्वास्थय को इसकी प्रमुख वजह बताया । साथ ही ससंदीय सचिव सीमा त्रिखा से दूरभाष से वार्तालाप नही हो पाई। एक बात गौरपूर्वक देखी जाए तो प्रोजक्ट पंछी से पूर्व आयोजित विपुल गोयल कार्यक्रम को कोई खास सफलता हासिल नही हो पाई इसके पीछे उनका विश£ेषण ना किया जाना माना रहा है या फिर इसे राजनीतिक ओहदे से भी जोड कर देखा जाए तो इसमें कोंई अतिशयोक्ति नही होगी। क्योकि जिस दौर में यह कार्यक्रम करवाए गए थे उस वक्त विपुल गोयल मात्र विधायक थे और उन्हे केबिनट में अपनी पहचान बनानी थी। इसलिए इस तरह के आयोजन कर वह अपनी उपस्थिती र्शीष के समक्ष रखना चाहते थे। बाद में उन्होने पर्यावरण सबधित पौधारोपण कार्यक्रम करवाकर शहर में बढते दूूषित पर्यावरण पर नियत्रंण की बात तो कही थी परन्तु अगर वास्तिवक स्थिती का आंकलन किया जाए तो कथनी और करनी में कही भी तालमेल नही दिखाई पडता हैं। बिना देखभाल के अधिकतम पौधे खराब हो चुके हैं और बाकि अभी भी जीवित रहने के लिए सघषर््ा करते ही दिखाई दे रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है कि केबिनट मंत्री अपना एक निजी एनजीओ भी सचांलित करते है और जितने भी कार्यक्रम वह करवा करे है वह मात्र एनजीओ से प्रेरित हैं उनका शहर के लोगो से कोई वास्ता नही हैं। इतना ही नही जब बात की जाए पंछियों की तो जिस तरह से पर्यावरण निरंतर दूषित होता जा रहा हैं वह अपने आप में चिंतन का विषय है। जिसे लेकर वर्तमान सरकार का कोई प्रयास स्पष्ट तौर पर दिखाई नही दे रहा है,इस तरह की विकट स्थिती में पंछी प्रोजेक्ट कहा तक कामयाब होगा उसमें संशय की स्थिती बनी हुई हैं।